कोलंबो। तेज गेंदबाज दीपक चाहर की नाबाद 69 रन की मैच विजयी पारी की बदौलत भारत ने श्रीलंका को मंगलवार को दूसरे वनडे में तीन विकेट से हराकर तीन मैचों की सीरीज में 2-0 की अपराजेय बढ़त बना ली।
श्रीलंका ने सलामी बल्लेबाज अविष्का फर्नांडो (50) और चरित असलंका (65) के अर्धशतकों की बदौलत श्रीलंका ने टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में नौ विकेट खो कर 275 रन बनाए। भारत ने 49.1 ओवर में सात विकेट पर 277 रन बनाकर रोमांचक जीत हासिल कर ली। भारत की श्रीलंका के खिलाफ यह 93वीं जीत है और इसके साथ ही उसने किसी देश के खिलाफ वनडे में सर्वाधिक जीत दर्ज करने का रिकॉर्ड बना दिया है।
भारत ने ऑस्ट्रेलिया के न्यूज़ीलैंड के खिलाफ 92 जीत और पाकिस्तान के श्रीलंका के खिलाफ 92 जीत दर्ज करने के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ा और नया रिकॉर्डधारी बन गया। प्लेयर ऑफ द मैच बने चाहर ने भुवनेश्वर कुमार (नाबाद 19) के साथ 84 रन की अविजित साझेदारी कर भारत को सात विकेट पर 193 रन की नाजुक स्थिति से उबारा। चाहर ने 82 गेंदों पर 69 रन की मैच विजयी पारी में सात चौके और एक छक्का लगाया। भुवनेश्वर ने 28 गेंदों पर दो चौकों के सहारे नाबाद 19 रन बनाए।
दीपक ने इससे पहले क्रुणाल पांड्या के साथ सातवें विकेट के लिए 33 रन जोड़े लेकिन क्रुणाल के 193 के स्कोर पर आउट हो जाने के बाद दीपक को अपने उपकप्तान भुवनेश्वर के रूप में अच्छा जोड़ीदार मिला और दोनों ने टीम को जीत की मंजिल पर पहुंचकर ही दम लिया।
इससे पहले मजबूत लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत की आधी टीम 116 रन तक पवेलियन लौट गयी थी। पिछले मैच के हीरो पृथ्वी शॉ 11 गेंदों में 13 रन बनाकर पवेलियन लौट गए जबकि कप्तान शिखर धवन ने 38 गेंदों में 29 रन बनाए। ईशान किशन मात्र एक रन बनाकर दूसरे बल्लेबाज के रूप में टीम के 39 के स्कोर पर आउट हुए।
शिखर का विकेट 65 के स्कोर पर गिरा । मनीष पांडेय 31 गेंदों में तीन चौकों की मदद से 37 रन बनकर टीम के 115 के स्कोर पर रन आउट हो गए। हार्दिक पांड्या खाता खोले बिना एक रन बाद ही टीम के 116 के स्कोर पर आउट हो गए।
सूर्यकुमार यादव ने 44 गेंदों पर छह चौकों के सहारे 53 रन बनाये और क्रुणाल के साथ छठे विकेट के लिए 44 रन की साझेदारी की लेकिन टीम के 160 के स्कोर पर सूर्य आउट हो गए और इसके बाद पूरा मैदान चाहर के नाम रहा। चाहर ने टीम को निराश नहीं किया और अपने वनडे करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी खेली।
इससे पहले श्रीलंका को सलामी बल्लेबाजों अविष्का फर्नांडो और मिनोद भनुका ने अच्छी शुरुआत दिलाई। दोनों ने पहले विकेट के लिए 71 रन की साझेदारी की। फर्नांडो ने जहां चार चौकों और एक छक्के की मदद से 71 गेंदों पर 50, वहीं भनुका छह चौकों के सहारे 42 गेंदों पर 36 रन बनाए।
इस बीच भारत के चतुर लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल ने टीम को वापसी कराई। चहल ने 14वें ओवर की दूसरी गेंद पर 77 के स्कोर पर भनुका को शॉर्ट लेग पर मनीष पांडे के हाथों कैच आउट करा कर इस साझेदारी को तोड़ दिया। फिर तीसरी गेंद पर भनुका राजपक्षे को आउट करके चहल ने हैट ट्रिक का मौका बनाया, हालांकि हैट ट्रिक नहीं हो पाई।
लगातार दो विकेट गिरने के बाद अविष्का फर्नांडो और धनंजय द सिल्वा ने पारी को संभाला। दोनों ने मिल कर तीसरे विकेट के लिए 47 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी की, लेकिन इसे लंबी साझेदारी नहीं बना सके।
124 के स्कोर पर फर्नांडो के रूप में तीसरा और 134 के स्कोर पर धनंजय के रूप में श्रीलंका का चौथा विकेट गिरा। फर्नांडो 50 और धनंजय 32 रन बना कर आउट हुए। इसके बाद चरित असलंका और चमिका करुणारत्ने ने क्रीज पर पैर जमाए और जुझारू पारियां खेल कर टीम को 275 के चुनौतीपूर्ण स्कोर तक पहुंचाया। दोनों ने सातवें विकेट के लिए 50 रन जोड़े।
भारत की तरफ से उप कप्तान भुवनेश्वर कुमार ने 10 ओवर में 54 रन देकर तीन, युजवेंद्र चहल ने 10 ओवर में 50 रन देकर तीन और दीपक चाहर ने आठ ओवर में 53 रन देकर दो विकेट लिए।