नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के सामने ‘आत्मनिर्भर भारत’ का खाका पेश करते हुये आज कहा कि भारत को फिर से तेज विकास के पथ पर लाने और आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए पांच चीजें बहुत जरूरी हैं जिनमें इंटेंट, इनक्लुजन, इंवेस्टमेंट, इंफ्रास्ट्रक्चर और इन्नोवेशन शामिल है।
मोदी ने आज उद्योग मंडल सीआईआई के 125वें वार्षिक सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे पूरा भरोसा है भारत फिर विकास की राह पर दौड़ पड़ेगा। भारत को फिर से तेज़ विकास की राह पर लाने और आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए चीजें ज़रूरी। आज दुनिया का भारत पर विश्वास बढ़ा है और भारतीय उद्योग जगत को इसका लाभ उठाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत का मतलब रोजगार पैदा करना और विश्वास पैदा करना है, ताकि भारत की हिस्सेदारी वैश्विक आपूर्ति चेन में मजबूत हो सके।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश अब लॉकडाउन को पीछे छोड़ चुका है। उन्होंने कारोबारियों से कहा कि सरकार उनके साथ है, वह एक कदम आगे बढ़ाएं, सरकार चार कदम आगे बढ़ाएगी। उन्होंने कहा कि तीन महीने पहले देश में एक भी पीपीई किट नहीं बनती थी, लेकिन आज रोज तीन लाख किट बन रही हैं। आत्मनिर्भर भारत से जुड़ी हर जरूरत का ध्यान सरकार रखेगी। प्रधानमंत्री ने सीआईआई से हर सेक्टर को लेकर एक रिसर्च तैयार करने और प्लान उन्हें देने के लिए भी कहा।
कोरोना संकट का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि मुझे भारत की क्षमता और आपदा प्रबंधन, टैलेंट और टेक्नोलॉजी के साथ किसानों और उद्यमियों पर पूरा भरोसा है। जब दुनिया में कोरोना वायरस पैर फैला रहा था, तो भारत ने सही समय पर, सही तरीके से सही कदम उठाए और लॉकडाउन बेहद प्रभावकारी रहा।
मोदी ने कहा कि हाल में जो कड़े फैसले लिए गए हैं, उसमें भी आपको इन सभी की झलक मिल जाएगी। महिलाएं हों, दिव्यांग हों, बुजुर्ग हों, श्रमिक हों, हर किसी को इससे लाभ मिला है। लॉकडाउन के दौरान सरकार ने गरीबों को 8 करोड़ से ज्यादा गैस सिलेंडर डिलिवर किए हैं।