लंदन। भारतीय क्रिकेट टीम के लिये इंग्लैंड के खिलाफ ट्वंटी 20 की तरह वनडे सीरीज़ में भी निर्णायक मैच की चुनौती खड़ी हो गयी है और मंगलवार को होने वाले तीसरे और अंतिम मैच में उसे एक बार फिर गलतियों से उबरते हुए जीत के साथ सीरीज कब्जाने के लिए पूरा जोर लगाना होगा।
विराट कोहली की अगुवाई वाली भारतीय टीम तीन मैचों की वनडे सीरीज में 1-1 से बराबरी पर है और अंतिम मैच एक बार फिर निर्णायक हो गया है। पिछली तीन मैचों की ट्वंटी 20 सीरीज़ को भी भारत ने ऐसे ही बराबरी के बाद 2-1 से जीता था और सभी को भरोसा है कि उसके खिलाड़ी इस बार भी वापसी कर लेंगे।
वनडे सीरीज़ में क्लीन स्वीप से हालांकि भारत ने फिर से इस प्रारूप में इंग्लैंड को पछाड़ नंबर वन बनने का मौका ताे गंवा दिया है लेकिन उसकी निगाहें अब केवल सीरीज कब्जाने पर लगी हैं। भारत ने पिछला वनडे 86 रन से हारा था जिसमें बल्ले और गेंद दोनों से उसके खिलाड़ियों ने निराश किया तो एक बार फिर उसके मध्यक्रम की कमजोरियां उजागर हो गई।
तेज़ गेंदबाज उमेश यादव 63 रन, ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या 70 रन और सिद्धार्थ कौल 59 रन देकर बहुत महंगे साबित हुये जबकि चाइनामैन गेंदबाज़ कुलदीप यादव ने फिर तीन विकेट की सफल गेंदबाज़ी से अपनी उपयोगिता साबित की। गेंदबाजों की विफलता के बाद रनों के लिए टीम ओपनिंग जोड़ी रोहित शर्मा, शिखर धवन और तीसरे नंबर के कप्तान विराट पर फिर निर्भर दिखी और बाकी बल्लेबाज़ खासा प्रभावित नहीं कर सके।
इंग्लैंड की जमीन पर अब तक भारत का प्रदर्शन संतोषजनक कहा जा सकता है लेकिन जहां उसकी निगाहें इसी देश में 2019 में होने वाले आईसीसी वनडे विश्वकप पर लगी हैं तो यह भी जरूरी है कि वह समय रहते मध्यक्रम के अपने संयोजन के पचड़े को सुलझा ले। कप्तान विराट लगातार ही मध्यक्रम में नए प्रयाेग करते रहे हैं लेकिन तीसरे से चौथे क्रम पर लोकेश राहुल स्थिर नहीं दिख रहे हैं।
दूसरे ट्वंटी 20 में राहुल ने तीसरे नंबर पर 6 रन बनाए तो अंतिम ट्वंटी 20 में इसी क्रम पर 19 रन ही बना पाए। पहले वनडे में वह चौथे नंबर पर उतरे और नाबाद 09 रन बनाए जबकि दूसरे मैच में वह शून्य पर आउट हो गए जिससे टीम को बड़ा झटका लगा।
गेंदबाज़ों के महंगे प्रदर्शन से इंग्लिश बल्लेबाजों ने भारत के सामने दूसरे वनडे में 323 रन का विशाल लक्ष्य खड़ा किया था लेकिन विराट के 45 रन और ऑलराउंडर सुरेश रैना के 46 रनों के अलावा अन्य कोई बल्लेबाज़ मैच में बड़ा स्कोर नहीं बना सका। इस बार भी रनों के लिए विराट पर टीम की निर्भरता फिर दिखी जबकि ओपनर रोहित और धवन की जोड़ी अच्छी शुरूआत नहीं दिला सकी और मात्र 49 रन ही जोड़ सकी।
हालांकि रोहित और शिखर की जोड़ी का इंग्लैंड में बतौर ओपनिंग जोड़ी रिकार्ड बेहतरीन रहा है और वे 893 रन के साथ सबसे सफल हैं, ऐसे में उनसे निर्णायक मैच में टीम को अच्छी शुरूआत दिलाने और इंग्लैंड में अपनी इस लय को कायम रखने की उम्मीद की जा सकती है।
दूसरी ओर मेजबान टीम चाहेगी कि वे ट्वंटी 20 सीरीज़ की हार का बदला चुकता करते हुए निर्णायक मैच जीतें और सीरीज़ पर कब्ज़ा करें। इंग्लैंड ने तीसरे वनडे के लिये हैम्पशायर जेम्स विंस को इंग्लिश टीम में शामिल किया है जबकि बल्लेबाज़ डेविड मलान और ऑलराउंडर सैम कुरान को भारत ए के साथ चार दिवसीय मैच के लिए रिलीज कर दिया गया है।
इंग्लैंड के लिए पिछले मैच के शतकधारी जो रूट, कप्तान इयोन मोर्गन, जेसन रॉय, निचले क्रम के नाबाद अर्धशतकधारी डेविड विली बल्लेबाज़ी में फिर से भारतीय गेंदबाजों को परेशान कर सकते हैं जबकि गेंदबाजी में टीम के पास लियाम प्लेंकेट, विली और आदिल राशिद जैसे अच्छे खिलाड़ी हैं। प्लेंकेट पिछले मैच में चार विकेट के साथ सबसे सफल रहे थे।