जयपुर। लगभग दाे माह से भारत का पड़ोसी चीन कोरोना वायरस की गिरफ्त में है। मौजूदा समय में चीन में इस समय कोरोना वायरस से सब कुछ अस्त-व्यस्त हो गया है। चीन के व्यापार व्यवस्था पर बुरी तरह इसका प्रभाव पड़ा है। चीन के इस संकट की घड़ी में भारत ने पड़ोसी को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है। चीन में फैले कोरोना वायरस ने विकराल रूप धारण कर लिया है। इस खतरनाक वायरस से सिर्फ चीन में अब तक 800 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी।
साथ ही कोरोना वायरस दुनिया के करीब 25 देशों में अपने पैर पसार चुका है। इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को पत्र लिखकर इस वायरस से निपटने के लिए हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है। पीएम मोदी ने समस्या से निपटने के लिए चीन को मदद की पेशकश की है। साथ ही कोरोना वायरस से लोगों की मौत पर शोक जताया। प्रधानमंत्री मोदी ने साथ ही चीनी राष्ट्रपति को भारतीय छात्रों की सुरक्षित वापसी की अनुमति देने और उसमें भारत सरकार की मदद करने के लिए धन्यवाद दिया।
कोरोना वायरस भारत से निपटने के लिए ‘मास्क’ की भी कमी हो रही है
चीन से आए कोरोना वायरल से विश्व में भी हाहाकार मचा हुआ है। वहीं अब विश्व में कोरोना वायरस से बचाव के लिए मास्क की भारी किल्लत देखी जा रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठ के प्रमुख ने चेतावनी देते हुए कहा कि कोरोना वायरस के कारण मास्क और दूसरे सुरक्षात्मक उपकरण की कमी देखने को मिल रही है। टेड्रोस एडहनोम ने कहा कि दुनिया व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों की कमी का सामना कर रही है। चीन से शुरू हुए कोरोना वायरस का कहर अब भारत समेत दुनियाभर में फैल चुका है। इस वायरस की वजह से लोगों की जान जा रही है।
कई देशों में व्यापार भी ठप हो गया है
कोरोना वायरस के फैलने के बाद चीन भारत समेत कई देशों में व्यापार पर बुरी तरह इसका असर दिखाई दे रहा है। बीते कुछ दिनों में भारत के डायमंड सिटी सूरत में हीरे का कारोबार प्रभावित हुआ है तो वहीं ऑटो इंडस्ट्री में दुनिया में सर्वाधिक उत्पादन क्षमता वाला कार प्लांट अस्थायी तौर पर बंद हो चुका है। दक्षिण कोरिया की वाहन कंपनी हुंडई ने उलसान के अपने सबसे बड़े प्लांट का कामकाज 5 दिन तक के लिए रोक दिया है।
वहीं चीन में निर्मित कल-पुर्जों पर निर्भर उद्योगों के लिए कामकाज जारी रख पाना मुश्किल होने लगा है। हुंडई के पास वाहन प्लांट के इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को आपस में जोड़ने वाले सामानों की कमी हो गई है। वायरस के कारण चीन से बाहर कारखानों के बंद होने का पहला उदाहरण है।
कोरोना वायरस पर अभी तक नहीं हो पाया कोई खास नियंत्रण
एक माह से अधिक बीत जाने के बाद भी इस खतरनाक कोरोना वायरस पर अभी तक दुनिया के तमाम देशों ने हाथ खड़े कर दिए हैं। इस वायरस से निपटने के लिए दावे तो बहुत किए जा रहे हैं लेकिन कोई अभी तक ठोस अमलीजामा नहीं पहनाया जा सका है। वहीं कोरोना वायरस का स्तर चीन में खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है। कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 910 हो चुकी है। बताया जा रहा है कि ये वायरस दुनिया के 25 से ज्यादा देशों में पहुंच चुका है। इस वायरस से एक व्यक्ति की मौत हांगकांग में हो गई थी। इससे पहले फिलीपींस में कोरोना वायरस से एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है।
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार