मस्कट । एशियाई हॉकी की दो चिर प्रतिद्वंद्वी टीमों भारत और पाकिस्तान के बीच एशियन चैंपियंस ट्रॉफी टूर्नामेंट का खिताबी मुकाबला रविवार को भारी वर्षा के कारण रद्द कर देना पड़ा और दोनों टीमों को संयुक्त विजेता घोषित किया गया। इस द्विवार्षिक टूर्नामेंट में भारत पहले वर्ष ट्रॉफी रखेगा जबकि पाकिस्तान दूसरे वर्ष ट्रॉफी रखेगा।
फाइनल शुरू होने से पहले तूफ़ान और भारी बारिश हुई। लगभग एक घंटे के इन्तजार के बावजूद ऐसी परिस्थितियां नहीं बन पायीं कि फाइनल शुरू हो पाए। दोनों टीमों के तकनीकी अधिकारीयों और टूर्नामेंट के तकनीकी अधिकारी मलेशिया के ब्रायन फर्नांडेज ने फैसला किया कि दोनों टीमों को संयुक्त विजेता घोषित किया गया। टूर्नामेंट के इतिहास में यह पहला मौका था जब फाइनल रद्द करना पड़ा और दोनों टीमों को संयुक्त विजेता घोषित किया गया।
इसके बाद ट्रॉफी पहले किसके पास रहेगी, इसके लिए टॉस हुआ और भारतीय कप्तान मनप्रीत सिंह ने टॉस जीत लिया। इस तरह पहले वर्ष ट्रॉफी भारत के पास रहेगी और अगले वर्ष पाकिस्तान को दी जायेगी। टूर्नामेंट के स्वर्ण पदक पाकिस्तानी खिलाड़ियों को दिए गए जबकि एशियाई हॉकी महासंघ के मुख्य कार्यकारी दातो तैयब इकराम ने कहा कि भारतीय खिलाड़ियों के स्वर्ण पदक जल्द उन्हें भेज दिए जाएंगे।
भारत के आकाशदीप सिंह को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट और गोलकीपर पीआर श्रीजेश को टूर्नामेंट के सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर का पुरस्कार दिया गया। भारत और पाकिस्तान ने इस तरह तीसरी बार इस टूर्नामेंट का विजेता बनने का गौरव हासिल किया। भारतीय टीम चौथी बार और पाकिस्तानी टीम पांचवीं बार फाइनल में पहुंची थी। भारत ने पाकिस्तान को 2011 में पेनल्टी शूट आउट में 4-2 से और 2016 में पाकिस्तान को 3-2 से हराकर खिताब जीता था।
पाकिस्तान ने 2012 में भारत को 5-4 से और 2013 में जापान को 3-1 से हराकर खिताब जीता था। भारत ने जकार्ता एशियाई खेलों में पाकिस्तान को हराकर कांस्य पदक जीता था। इससे पहले मलेशिया ने एशियाई खेलों के स्वर्ण विजेता जापान को पेनल्टी शूट आउट में 3-2 से हराकर कांस्य पदक जीता। निर्धारित समय तक दोनों टीमें 2-2 से बराबर थीं।