नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि भारत ‘प्रतिभा का पावर हाउस’ है जो कोरोना महामारी के कारण बदहाल दुनिया के पुनरूत्थान में महत्वपूर्ण और अग्रणी भूमिका निभाने को उत्सुक है।
मोदी ने आज यहां एक वर्चुअल सम्मेलन ‘इंडिया ग्लोबल वीक 2020 में उद्घाटन भाषण’ में यह बात कही। तीन दिन के इस सम्मेलन में 30 देशों के 5000 प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि मौजूदा दौर में दुनिया को पटरी पर लाने के लिए पुनरूत्थान की बात करना स्वाभाविक है और वैश्विक पुनरूत्थान के साथ भारत को जोड़ना भी उतना ही स्वाभाविक है। यह सबका विश्वास है कि इस पुनरूत्थान में भारत अग्रणी भूमिका निभाएगा।
उन्होंने कहा कि इसमें दो बातें बहुत महत्वपूर्ण है पहली भारत की प्रतिभा जिसकी पूरी दुनिया में तूती बोलती है। दुनिया भर में चिकित्सा, बैंकर, अर्थव्यवस्था और अन्य विभिन्न क्षेत्रों में भारतीय प्रतिभा का बोलबाला है। भारत के प्रौद्योगिकी से जुड़े उद्योग और पेशेवरों को कौन भूल सकता है। वे दशकों से दुनिया को रास्ता दिखा रहे हैं। भारत प्रतिभा का पावर हाउस है जो अपना योगदान देने के लिए उत्सुक है।
उन्होंने कहा कि दूसरा है भारत की सुधार करने और नया करने की योग्यता भारतीय स्वाभाविक सुधारवादी हैं। इतिहास गवाह है कि भारत ने हर चुनौती का सामना किया है चाहे वह सामाजिक हो या आर्थिक।
मोदी ने कहा कि भारत कोरोना महमारी के साथ साथ अपनी अर्थव्यवस्था की सेहत सुधारने की लड़ाई भी लड़ रहा है। भारत का पुनरूत्थान का तरीका सावधानी, देखभाल और करूणा का है जो सतत पुनरूत्थान का पक्षधर है। ऐसा पुनरूत्थान जो पर्यावरण और अर्थव्यवस्था दोनों के अनुकूल हो।
इस सम्मेलन का विषय ‘बी द रिवाइवल : इंडिया एंड ए बैटर न्यू वर्ल्ड’ है और इसमें विभिन्न क्षेत्रों के 250 वक्ता 75 सत्रों में 5000 वैश्विक प्रतिनिधियों को संबोधित करेंगे।
सम्मेलन के गणमान्य वक्ताओं में विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर, रेल, वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल, जीसी मुर्मू, ईशा फाउंडेशन के संस्थापक सद्गुरु, आध्यात्मिक नेता श्रीश्री रविशंकर, ब्रिटेन के विदेश मंत्री डॉमिनिक राब और भारत में अमरीकी राजदूत केन जस्टर तथा कई अन्य प्रमुख हस्ती शामिल हैं।