अहमदाबाद। ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (5/47) और लेफ्ट आर्म स्पिनर अक्षर पटेल (5/48) के एक और घातक प्रदर्शन से भारत ने इंग्लैंड को नरेंद्र मोदी स्टेडियम में चौथे और अंतिम टेस्ट मैच के तीसरे दिन ही शनिवार को पारी और 25 रन से रौंद कर चार मैचों की श्रृंखला 3-1 से जीत ली और इसके साथ ही उसने आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बना ली, जहां उसका मुकाबला इंग्लैंड के ऐतिहासिक लॉर्ड्स मैदान में 18 से 22 जून तक न्यूजीलैंड के साथ होगा।
भारत ने अपने पहली पारी में 365 रन बनाकर 160 रन की महत्वपूर्ण बढ़त हासिल की और इंग्लैंड को दूसरी पारी में 54.5 ओवर में 135 रन पर निपटा दिया। भारत के टेस्ट इतिहास में यह छठा मौका है जब उसने पहला टेस्ट गंवाने के बाद वापसी करते हुए सीरीज जीत हासिल की है। अश्विन ने 47 रन पर पांच विकेट और पटेल ने 48 रन पर पांच विकेट लिए। भारत की पहली पारी में शानदार 101 रन बनाने वाले विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत को मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार मिला।
भारत ने चेन्नई में पहला टेस्ट गंवाया था, लेकिन फिर वापसी करते हुए चेन्नई में दूसरा टेस्ट 327 रन से बड़े अंतर से जीत लिया। भारत ने अहमदाबाद में खेले गए तीसरे दिन-रात्रि टेस्ट में आठ विकेट से जीत हासिल की और अहमदाबाद में चौथे टेस्ट में इंग्लैंड को पारी से रौंद दिया। इंग्लैंड के बल्लेबाजों के पास दोनों भारतीय स्पिनरों का कोई तोड़ नहीं था, हालांकि इस मुकाबले की पिच में ज्यादा टर्न नहीं था, लेकिन मानसिक दबाव में घिरे इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने अश्विन और पटेल के सामने घुटने टेक दिए। अश्विन ने 22.5 ओवर में 47 रन पर पांच विकेट और पटेल ने 24 ओवर में 48 रन पर पांच विकेट लिए। अश्विन ने पहली पारी में तीन और पटेल ने चार विकेट लिए थे।
अश्विन ने डैनियल लॉरेंस को बोल्ड कर इंग्लैंड की पारी समेटी और अपना पांचवां विकेट लिया। अश्विन के करियर में यह 30वां मौका था जब उन्होंने एक पारी में पांच विकेट हासिल किए। अश्विन को सीरीज में गेंद और बल्ले से जबरदस्त प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द सीरीज का पुरस्कार मिला।
इंग्लैंड ने जब दूसरी पारी में खेलना शुरू किया तो उसके शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों ने कोई जज्बा नहीं दिखाया। तीन बल्लेबाज तो 20 रन तक पवेलियन लौट गए थे। अश्विन ने जैक क्राली (पांच) और जॉनी बेयरस्टो (शून्य) को आउट किया, जबकि पटेल ने सिब्ले (तीन) को अपना शिकार बनाया। पटेल ने ऑलराउंडर बेन स्टोक्स (दो) को आउट कर इंग्लैंड का स्कोर चार विकेट पर 30 रन कर दिया।
इंग्लैंड के कप्तान जो रुट (30) और ओली पेाप (15) ने पांचवें विकेट के लिए 35 रन की साझेदारी की, लेकिन दोनों बल्लेबाज इसके बाद 65 के स्कोर पर पवेलियन लौट गए और इंग्लैंड का स्कोर छह विकेट पर 65 रन हो गया। रुट को अश्विन ने पगबाधा किया, जबकि पोप को पटेल ने स्टंप कराया।
डैनियल लॉरेंस ने एकतरफा संघर्ष करते हुए 95 रनों पर छह चौकों की मदद से 50 रन बनाए। विकेटकीपर बेन फोक्स ने 46 गेंदों पर 13 रन बनाए। पटेल ने फोक्स और डोमिनिक बेस को पवेलियन भेजा, जबकि अश्विन ने लॉरेंस को बोल्ड कर इंग्लैंड को शर्मनाक हार झेलने पर मजबूर कर दिया। इंग्लैंड की दूसरी पारी 54.5 ओवर में सिमट गई। उपकप्तान अजिंक्या रहने ने स्लिप में तीन सच लपककर भारत की जीत में अपना योगदान दिया।
भारत को विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने के लिए 3-1 या 4-0 से जीत की जरूरत थी और चेन्नई में पहला टेस्ट हारने के बाद यह आशंका उठने लगी थी कि भारत फाइनल में पहुंच पाएगा या नहीं, लेकिन विराट कोहली की टीम इंडिया ने इसके बाद गजब की वापसी करते हुए सीरीज 3-1 से अपने नाम की और इंग्लैंड के साथ-साथ ऑस्ट्रेलिया की उम्मीदों को भी तोड़ दिया। यदि यह सीरीज ड्रॉ होती तो ऑस्ट्रेलिया फाइनल में पहुंच जाता।