नई दिल्ली। भारत ने बीजिंग में शुक्रवार से शुरू हो रहे शीतकालीन ओलंपिक खेलों के उद्घाटन तथा समापन समारोहों में शामिल नहीं होने की घोषणा की है।
विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि भारत चार फरवरी से बीजिंग में आयोजित होने वाले शीतकालीन ओलंपिक खेलों के उद्घाटन और समापन समारोह में भाग नहीं लेगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि चीन ओलंपिक खेलों को राजनीतिक रंग दे रहा है।
गौरतलब है कि चीन ने ओलंपिक मशाल यात्रा में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के एक ऐसे सैनिक को मशाल वाहकों में शामिल किया है, जो भारत के साथ पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प में बुरी तरह से घायल हुआ था।
विदेश मंत्रालय ने कहा है कि चीन की इस हरकत की वजह से बीजिंग में भारतीय दूतावास का कोई राजनयिक ओलंपिक के उद्घाटन और समापन समारोह में शामिल नहीं होगा।
इस बीच प्रसार भारती के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) शशि शेखर वेमपति ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा कि दूरदर्शन का डीडी स्पोर्ट्स चैनल बीजिंग में आयोजित होने शीतकालीन ओलंपिक खेले के उद्घाटन तथा समापन समारोह का प्रसारण नहीं करेगा।
उल्लेखनीय है कि चीन ने ओलंपिक की तीन दिवसीय मशाल यात्रा में पीएलए के रेजीमेंट कमांडर छी बाओ के हाथों शुरू करवाने का फैसला लिया है, जो पांच मई, 2020 को गलवान घाटी के संघर्ष में बुरी तरह से घायल हो गया था।
अमरीकी सीनेट की विदेशी मामलों की समिति के सदस्य जिम रिक़ ने इस बात के लिए चीन की तीखी आलोचना करते हुए उसकी इस हरकत को ‘शर्मनाक’ करार दिया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि अमरीका उइगर की स्वतंत्रता और भारत की सम्प्रभुता का समर्थन जारी रखेगा।
कई पश्चिमी देशों ने इससे पहले विभिन्न कारणों से बीजिंग ओलंपिक खेलों का कूटनीटिक बहिष्कार करने की घोषणा कर चुके हैं। बीजिंग ओलंपिक चार से 20 फरवरी तक आयोजित किया जाएगा।