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Indian Air Force abduct Jaish-e-Mohammed's terrorist attack in Balakot - पीओके के बालकोट में जैश-ए-मोहम्मद का आतंकी अड्डा नेस्तनाबूद - Sabguru News
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पीओके के बालकोट में जैश-ए-मोहम्मद का आतंकी अड्डा नेस्तनाबूद

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पीओके के बालकोट में जैश-ए-मोहम्मद का आतंकी अड्डा नेस्तनाबूद
Indian Air Force abduct Jaish-e-Mohammed's terrorist attack in Balakot
Indian Air Force abduct Jaish-e-Mohammed's terrorist attack in Balakot
Indian Air Force abduct Jaish-e-Mohammed’s terrorist attack in Balakot

नई दिल्ली। सरकार ने कहा है कि पाकिस्तान के कब्जे वालेे कश्मीर के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के ठिकाने पर वायु सेना की कार्रवाई में बड़ी संख्या में आतंकवादी मारे गए हैं।

विदेश सचिव विजय गोखले ने मंगलवार तड़के पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी ठिकानों वायु सेना की कार्रवाई जानकारी देते हुए आज यहां संवाददाता सम्मेलन में बताया कि इसमें बालाकोट जैश-ए-मोहम्मद का सबसे बड़ा शिविर नेस्तनाबूद कर दिया गया है। इस कार्रवाई में जैश-ए-मोहम्मद के बड़ी संख्या में आतंकवादी प्रशिक्षक वरिष्ठ कमांडर और जेहादियों का सफाया किया गया है।

उन्होंने बताया कि विश्वसनीय खुफिया जानकारी मिली थी कि जैश-ए-मोहम्मद विभिन्न स्थानों पर फिदायीन हमला करने की तैयारी कर रहा है जिसके लिए इस शिविर में जिहादियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

वायु सेना ने इस कार्रवाई में जैश-ए- मोहम्मद की रीढ़ तोड़ दी है। इस कार्रवाई में जहां बड़ी संख्या में आतंकवादियों को मार गिराया गया है वहीं कोई आम नागरिक हताहत नहीं हुआ है। इस शिविर का संचालन आतंकवादी सरगना मसूद अजहर का रिश्तेदार युसूफ अजहर करता था।

पुलवामा में 14 फरवरी को केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के काफिले पर फिदायीन हमले के बाद पूरे देश में रोष का माहौल था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस हमले के बाद देश को बार-बार भरोसा दिलाया था कि इसका माकूल जवाब दिया जायेगा।

मोदी ने पुलवामा हमले के तुरंत बाद पाकिस्तान को मिले विशेष तरजीही देश का दर्जा समाप्त करने के साथ ही घोषणा की थी कि आतंकवादियों से निपटने के लिए सेना को पूरी छूट दे दी गई है।

इसके अलावा पाकिस्तान को विश्व मंच पर अलग-थलग करने के लिए बड़े पैमाने पर कूटनीतिक कदम उठाए गए जिसका भारत को व्यापक समर्थन भी हासिल हुआ। पाकिस्तान से आयात होने वाली वस्तुओं पर 200 प्रतिशत सीमा शुल्क लगा दिया गया। इस फैसले के बाद भारतीय आयातकों ने अपने कई सौदे रद्द भी कर दिए।