नई दिल्ली। नव वर्ष के मौके पर भारतीय सैनिकों को उपहार देकर दिखावटी सदभावना व्यक्त करने के बाद गलवान घाटी में चीनी झंडा फहराये जाने का दुष्प्रचार करने वाले चीन को भारतीय सेना ने गलवान घाटी में तिरंगा फहराकर करारा जवाब दिया है।
बता दें कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी बार बार दोहराते हैं कि चीन लगातार भारतीय सीमा में घुसपैठ कर रहा है। इसके लिए उन्होंने बार बार मोदी को घेरने की कोशिश की है। राहुल की बात का जवाब मोदी ने भले ही ना दिया हो लेकिन सैनिकों ने गलवान घाटी में तिरंगा फहराकर जरूर दे दिया है।
चीन द्वारा गलवान घाटी का वीडियो जारी किए जाने के बाद कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने मोदी सरकार की यह कहते हुए आलोचना की थी कि वह चीन के मामले में चुप्पी साधे हुए हैं। रक्षा सूत्रों ने चीन के दावे को खारिज करते हुए कहा है कि चीन ने दुष्प्रचार के तहत यह वीडियो जारी किया है और यह वीडियो गलवान घाटी के बजाय चीन की सीमा के भीतर किसी और क्षेत्र का है।
हाल ही में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन की हरकतों पर चुप्पी साधे हैं और उनका यह मौन हैरान करने वाला है।
कांग्रेस नेता ने मंगलवार को कहा कि चीन लगातार भारतीय सीमा के नजदीक गतिविधि बढ़ा रहा है। उसने पैंगोंग लेक पर पिछले दो महीने के दौरान पुल का निर्माण किया है और यह निर्माण कार्य वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के बहुत नजदीक किया है।
उन्होंने कहा कि चीन जिस तरह से हमारे लिए चेतावनी बन रहा है उसका जवाब दिया जाना चाहिए लेकिन हैरानी की बात यह है कि प्रधानमंत्री देश कि सुरक्षा से जुड़े इस मुद्दे पर आश्चर्यजनक चुप्पी साधे हुए हैं। गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री की चुप्पी असामान्य है। हमारी जमीन, हमारे लोग, हमारी सीमाएं ज्यादा सुरक्षा की हकदार हैं।
रक्षा सूत्रों के अनुसार सेना ने पूर्वी लद्दाख स्थित गलवान घाटी में वर्ष 2020 में हुई हिंसक झडप की जगह तिरंगा फहराकर अपने दृढ इरादों के बारे में स्पष्ट संदेश दिया है। चीन के सरकारी मीडिया ने नव वर्ष के बाद एक वीडियो जारी कर दावा किया था कि उसके सैनिकों ने गलवान घाटी में चीनी झंडा फहराया है। इसके जवाब में जारी इन तस्वीरों में भारतीय सेना के जवान गलवान घाटी में तिरंगा फहराते नजर आ रहे हैं।