नई दिल्ली। भारतीय पुरुष मुक्केबाजों ने इटली के असीसी में स्थित ओलम्पिक सेंटर में जैव सुरक्षा वातावरण में अपनी ट्रेनिंग शुरू कर दी है।
10 सदस्यीय भारतीय पुरुष मुक्केबाजी टीम ने अधिकारियों से मंजूरी मिलने के बाद अपनी ट्रेनिंग शुरू कर दी है। भारत के एलीट पुरुष और महिला मुक्केबाज़ विदेश में प्रशिक्षण और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए अक्टूबर से दिसंबर तक 52 दिनों की अवधि के लिए इटली और फ्रांस की यात्रा पर हैं। सरकार ने विदेशी प्रशिक्षण और प्रदर्शन के लिये लगभग 1.31 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है।
यात्रा करने वाले 28 सदस्यीय दल में 10 पुरुष मुक्केबाज़ और 6 महिला मुक्केबाज़ों के साथ सहायक कर्मचारी भी शामिल हैं। भाग लेने वाले मुक्केबाज़ों में अमित पंघल, आशीष कुमार, सतीश कुमार, सिमरनजीत कौर, लवलीना बोर्गोहैन और पूजा रानी शामिल हैं। इन सभी ने टोक्यो ओलंपिक के लिए कोटा स्थान अर्जित किया है।
भारत को अभी चार स्पर्धाओं (पुरुषों का 57 किलोग्राम, पुरुषों का 81 किलोग्राम, पुरुषों का 91 किलोग्राम और महिलाओं का 57 किलोग्राम) में कोटा जीतना बाकी है। इन वर्गो के मुक्केबाज़ भी यात्रा दल का हिस्सा हैं। इस दल में पुरुष टीम के साथ 8 कोच और सहयोगी स्टाफ तथा महिला टीम में 4 कोच और सहायक कर्मचारी शामिल हैं।
पुरुषों और महिलाओं की मुक्केबाज़ी टीम इटली में 15 अक्टूबर से 5 दिसंबर तक 52 दिनों की अवधि के लिए प्रशिक्षण लेगी। इस दल के 13 मुक्केबाज़ 28 अक्टूबर से 30 अक्टूबर तक फ्रांस के नांतेस में आयोजित होने वाले एलेक्सिस वास्टाइन अंतर्राष्ट्रीय मुक्केबाज़ी टूर्नामेंट में भी भाग लेंगे।
टोक्यो ओलंपिक खेलों के लिए भारत के नौ मुक्केबाज़ों ने कोटा अर्जित किया है। यह किसी एक ओलम्पिक में अब तक के सबसे ज्यादा कोटा स्थान हैं। अगले वर्ष होने वाली विश्व ओलंपिक क्वालीफाइंग प्रतियोगिता भारतीय मुक्केबाज़ों के लिए ओलंपिक के लिए कोटा स्थान हासिल करने का आखिरी मौका होगा।