अजमेर। भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा ने कहा है कि अजमेर के मेयो कॉलेज में अध्ययनरत छात्र लड़ाकू विमान सी-हैरियर से प्रेरणा लेकर भारतीय नौसेना का हिस्सा बने।
एडमिरल लांबा ने आज यहां मेयो कॉलेज स्थित बीकानेर पवेलियन केंद्रीय मैदान पर लड़ाकू विमान सी-हैरियर का अनावरण करने के अवसर पर कहा कि यह विमान 1983 में नौसेना में शामिल किया गया था और इसकी क्षमता 1100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आसमान में उड़कर दुश्मनों से लड़ने की है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 में नौसेना ने इस विमान को विदाई दे दी जो कि अंतिम बार गोवा के आईएनएस हंसा बेस पर अंतिम उड़ान भर चुका है।
उन्होंने स्वयं को मेयो कॉलेज का छात्र होने पर गर्व महसूस करते हुए कहा कि यही कारण है कि हमने मेयो कॉलेज को सी-हैरियर लड़ाकू विमान की प्रेरणादायी सौगात दी है।
कार्यक्रम में कॉलेज के प्राचार्य एसएच कुलकर्णी ने बताया कि नौसेना की ओर से यह विमान मेयो कॉलेज को उपहार में दिया गया है जो कि मेयो कॉलेज के लिए ऐतिहासिक पल है।
गौरतलब है कि नौसेना प्रमुख लांबा मेयो कॉलेज के छात्र रहे चुके हैं और उन्होंने व्यक्तिगत रूचि लेकर आज कॉलेज प्रबंधन को रॉकेट नुमा आकार वाला यह लड़ाकू विमान भेंट किया है। इस मौके पर नेवल एनसीसी यूनिट अजमेर के अधिकारी कैप्टन अशोक तिवारी भी मौजूद रहे।