नयी दिल्ली | इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज और न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के लिए इंग्लैंड जाने वाले भारतीय खिलाड़ियों और उनके परिवारों का घर बैठे कोरोना टेस्ट होगा। इस संबंध में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने इन सभी खिलाड़ियों के साथ समन्वय कर उनसे उनके घर का पता मांगा है।
खिलाड़ियों और उनके परिजनों के टेस्ट के लिए बीसीसीआई प्रबंधक हर खिलाड़ी के घर पर, चाहे वह देश के जिस भी हिस्से में हो, मेडिकल टीमें भेजेंगे। अगले कुछ दिनों में कोरोना टेस्ट किए जाने की उम्मीद है। समझा जाता है कि बीसीसीआई को अभी भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी), विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के आयोजकों के माध्यम से ब्रिटेन सरकार से औपचारिक स्वास्थ्य एडवाइजरी का इंतजार है, लेकिन इस बीच बीसीसीआई ने फैसला किया है कि वह इंग्लैंड जाने वाली भारतीय टीम के लिए मुंबई में दो हफ्तों का क्वारंटीन कैंप लगाएगा।
टीम के स्थानीय सदस्यों को एक हफ्ते की छूट दी जा सकती है। बशर्ते कि वे अपने घरों से बाहर न निकलें। जानकारी के मुताबिक क्वारंटीन 18 या 19 मई को शुरू होगा और दो जून को इंग्लैंड जाने का समय होने पर दो हफ्तों की क्वारंटीन अवधि पूरी हो जाएगी।
क्वारंटीन अवधि शुरू होने से पहले टीम के प्रत्येक सदस्य और परिवार के सदस्य जो उनके साथ जाना चाहते हैं के तीन कोरोना टेस्ट होंगे और फिर एक बार क्वारंटीन में आने के बाद नियमित रूप से टेस्ट होंगे। समझा जा रहा है कि आईपीएल बायो-बबल में कोरोना संक्रमण के मामले सामने आने के बाद बीसीसीआई ने स्वास्थ्य गाइडलाइंस को लागू करने के लिए और अधिक सख्त रुख अपनाया है।
बीसीसीआई को जानकारी मिली है कि इंग्लैंड जाने वाली भारतीय टीम में से लगभग 90 प्रतिशत सदस्यों ने कोरोना वैक्सीन का पहला डोज ले लिया है। बीसीसीआई खिलाड़ियों के लिए वैक्सीन के दूसरे डोज की व्यवस्था करने की कोशिश करेगा, क्योंकि खिलाड़ियों को लगभग साढ़े तीन महीने इंग्लैंड में बिताने हैं।
उल्लेखनीय है कि भारत को न्यूजीलैंड के खिलाफ 18 जून को डब्ल्यूटीसी फाइनल के अलावा इंग्लैंड के खिलाफ अगस्त-सितंबर में पांच मैचों की टेस्ट सीरीज भी खेलनी है।