नई दिल्ली। भारतीय रेलवे ने कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई में 191 कोविड केयर कोच में करीब तीन हजार बिस्तर उपलब्ध कराए हैं जबकि उसने इसके लिए 64 हजार बिस्तरों की क्षमता वाले करीब चार हजार कोच तैयार करके रखें हैं।
रेल मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि राज्यों को उनकी आवश्यकता के अनुरूप मदद करने और अपनी विभिन्न पहल को जारी रखने के क्रम में भारतीय रेलवे ने अधिकारों का विकेंद्रीकरण किया है जिसके अंतर्गत रेल मंडलों और रेल खंडों को इस बारे में निर्णय लेने के पर्याप्त अधिकार दिए जा रहे हैं ताकि अपेक्षाओं को पूरा किया जा सके और विभिन्न समझौतों का अनुपालन हो सके। यह रेल डिब्बे आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाए जा सकते हैं और मांग के अनुरूप रेलवे नेटवर्क पर कहीं भी उपलब्ध हो सकते हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि विभिन्न राज्यों की मांग पर अब तक कुल 191 रेल डिब्बे कोविड देखभाल केंद्र के रूप में उपलब्ध कराए गए हैं जिनकी कुल बिस्तर क्षमता 2990 है। इस समय कोविड देखभाल डिब्बों का इस्तेमाल दिल्ली, महाराष्ट्र (अजनी, आईसीडी, नंदूरबार), मध्य प्रदेश (तीही, इंदौर के नजदीक) द्वारा किया जा रहा है।
रेलवे ने 50 कोविड देखभाल डिब्बों को उत्तर प्रदेश में फैजाबाद, भदोही, वाराणसी, बरेली और नजीबाबाद में तैनात रखा है। महाराष्ट्र के नंदूरबार में उपलब्ध कोविड देखभाल डिब्बों को जिला प्रशासन की मांग पर पालघर स्थानांतरित किया जा रहा है। भारतीय रेलवे के आइसोलेशन डिब्बे मध्य प्रदेश के जबलपुर भी पहुंचाए जा रहे हैं।
प्रवक्ता ने बताया कि महाराष्ट्र के नंदूरबार में बीते 2 दिनों में 6 नए मरीजों को भर्ती किया गया जबकि अब तक 10 मरीजों को इन कोविड देखभाल डिब्बों से आइसोलेशन की अवधि पूर्ण होने के बाद छुट्टी दे दी गई। वर्तमान समय में 43 मरीज इस देखभाल सुविधा का लाभ प्राप्त कर रहे हैं। अब तक कुल 92 मरीजों को भर्ती किया गया जिनमें से राज्य स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा 57 मरीजों को छुट्टी दी गई। इस समय 314 बिस्तर उपलब्ध हैं।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में भारतीय रेलवे ने राज्य सरकार की कुल 75 कोविड देखभाल डिब्बों की मांग पूरी की जिनकी कुल क्षमता 1200 बिस्तरों की है। इनमें से 50 रेल डिब्बे शकूरबस्ती में जबकि 25 डिब्बे आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर तैनात किए गए हैं। यहां अब तक कुल 4 मरीजों को भर्ती किया गया है और एक मरीज को छुट्टी दी गई। दिल्ली में इन देखभाल डिब्बों में 1196 बिस्तर उपलब्ध हैं।
प्रवक्ता के अनुसार मध्यप्रदेश सरकार की मांग के क्रम में पश्चिमी रेलवे के रतलाम मंडल ने इंदौर के करीब तीही में 22 कोविड देखभाल डिब्बे उपलब्ध कराएं हैं जिनकी कुल क्षमता 320 बिस्तरों की है। यहां अब तक 6 मरीजों को भर्ती किया गया। भोपाल में 20 देखभाल कोच उपलब्ध कराए गए जहां अब तक 20 संक्रमितों को दाखिल किया गया और चार लोगों को उपचार के बाद छुट्टी दी गई। यहां 276 बिस्तर अभी भी उपलब्ध हैं।
इन सभी राज्यों में अब तक उपलब्ध कराए गए कोविड देखभाल डिब्बों में कुल 123 लोगों को भर्ती किया गया जिनमें से 62 लोगों को छुट्टी दी गई। वर्तमान समय में इन स्थानों पर 61 मरीज इस सुविधा का लाभ प्राप्त कर रहे हैं। जबकि इन स्थानों पर 2929 बिस्तर उपयोग के लिए उपलब्ध हैं।
उत्तर प्रदेश में राज्य सरकार ने अब तक कोविड देखभाल डिब्बों की मांग नहीं की थी इसके बावजूद फैजाबाद, भदोही, वाराणसी, बरेली और नजीबाबाद में प्रत्येक स्थान पर 10-10 डिब्बे उपलब्ध कराए गए हैं। अतः इन 50 कोविड देखभाल डिब्बों की कुल क्षमता 800 बिस्तरों की है।
कोविड रोगियों के उपचार के लिए द्रवीकृत मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति में भी रेलवे अग्रणी भूमिका निभा रही है। अभी तक रेलवे ने 57 टैंकरों की मदद से 813 टन एलएमओ की आपूर्ति की है। रेलवे के प्रवक्ता के अनुसार रविवार तक दिल्ली को 120 टन ऑक्सीजन और मिल जाएगी। दुर्गापुर से छह टैंकरों में यह प्राणवायु रवाना हो गई है।