मुंबई। वैश्विक स्तर पर अमेरिका में ब्याज दरों में बढ़ोतरी की आशंका और घरेलू स्तर पर चालू खाता घाटे के बढ़ने तथा मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के लंबित नोटिस के कारण आज घरेलू शेयर बाजार लगातार चौथे दिन लुढ़कते हुये साढ़े तीन महीने के निचले स्तर पर आ गये।
बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 252.88 अंक की गिरावट के साथ 32,923.12 अंक पर आ गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 100.90 अंक लुढ़ककर 10,094.25 अंक पर बंद हुआ। यह दोनों सूचकांकों का गत 6 दिसंबर के बाद का निचला स्तर है। निफ्टी लगातार चौथे दिन और सेंसेक्स पांचवें दिन टूटा है।
निवेशकों की नजर इस समय अमरीकी फेडरल रिजर्व की दो दिवसीय बैठक पर है। बैठक के अंत में बुधवार को नीतिगत ब्याज दर पर फेड का बयान आयेगा जिसमें दरों में बढ़ोतरी की पूरी संभावना है।
निवेशकों को मानना है कि फेड के नए प्रमुख जेरोम पॉवेल की अगुवाई में हो रही इस बैठक में ब्याज दरों में 25 अाधार अंकों की बढोतरी का फैसला लिया जा सकता है। इसके साथ ही कच्चे तेल की कीमतों में आई गिरावट को देखते हुए निवेशक बाजार से पैसा निकालकर वहां निवेश कर रहे हैं।
अमरीका में तेल उत्पादन गतिविधियां तेज होने के कारण कच्चे तेल के भाव लुढ़के हैं। अधिकतर विदेशी बाजार भी गिरावट में रहे हैं। हालांकि चीन का शंघाई कंपोजिट और हांगकांग का हैंगशैंग तेजी में बंद हुआ। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के करीबी और भरोसेमंद लिउ हे को उप प्रधानमंत्री बनाए जाने से बाजार में तेजी रही है।
सेंसेक्स 92.07 अंक की तेजी में 33,268.97 अंक पर खुला। कारोबार के दौरान 33,275.79 अंक के उच्चतम और 33,856.54 निचले स्तर से होता हुआ यह अंतत: 0.55 प्रतिशत लुढ़ककर छह दिसंबर के बाद के निचले स्तर 32,923.12 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स की 30 में से छह कंपनियां तेजी में रहीं और 24 कंपनियां गिरावट में रहीं।
निफ्टी की शुरूआत भी 20.20 अंक की बढ़त के साथ 10,215.35 अंक से हुई। कारोबार के दौरान यह 10,224.55 अंक के उच्चतम और 10,075.30 अंक के निचले स्तर से होता हुआ यह गत दिवस की तुलना में 0.99 प्रतिशत लुढ़ककर 10,094.25 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी की 50 में से 41 कंपनियां गिरावट में और नौ तेजी में रहीं।
बिकवाली के दबाव में बीएसई के सभी 20 समूहों में गिरावट रही। सबसे अधिक गिरावट दूरसंचार क्षेत्र में 3.40 प्रतिशत की रही। इसके अलावा रिएल्टी में 3.01,धातु में 2.65, टेक में 2.08 और बेसिक मैटेरियल्स में 2.00 प्रतिशत की गिरावट रही। छोटी और मंझोली कंपनियों में अधिक बिकवाली हुई। बीएसई का मिडकैप 1.58 प्रतिशत लुढ़ककर 15,962.99 अंक पर और स्मॉलकैप 1.98 प्रतिशत फिसलकर 17,228.38 अंक पर बंद हुआ।
बीएसई में कुल 2,911 कंपनियों के शेयर में कारोबार हुआ जिनमें से 166 कंपनियों के शेयरोें के भाव अपरिवर्तित रहे जिसमें से 2,190 कंपनियों के शेयरों में गिरावट रही जबकि 555 कंपनियों में तेजी रही।
विदेशी बाजारों में ब्रिटेन का एफटीएसई 1.28 और जर्मनी का डैक्स 1.02 प्रतिशत की गिरावट में खुला। एशियाई बाजारों में चीन का शंघाई कंपोजिट 0.30 प्रतिशत और हांगकांग का हैंगशैंग 0.04 प्रतिशत की तेजी में बंद हुआ जबकि जापान का निक्की 0.90 और दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.76 प्रतिशत की गिरावट में बंद हुआ।
बीएसई के सभी 20 समूहों के सूचकांक गिरावट में रहे। दूरसंचार, रिएल्टी, धातु, टेक और बेसिक मैटेरियल्स के अलावा सीडीजीएस में 1.14,एनर्जी में 1.39, एफएमसीजी में 0.63, पीएसयू में 1.89, वित्त में 1.26, स्वास्थ्य में 0.90, इंडस्ट्रियल्स में 0.98, आईटी में 1.98, यूटिलिटीज में 0.36, ऑटो में 0.74, कैपिटल गुड्स में 0.10, सीडी में 1.46,बैंकिंग में 1.09, तेल एवं गैस में 1.70 और बिजली में 0.59 प्रतिशत की गिरावट रही।
सेंसेक्स की 30 कंपनियों में सबसे अधिक पावर ग्रिड के शेयरों की कीमत में 1.12 प्रतिशत की तेजी रही। एनटीपीसी में 1.03, एल एंड टी में 0.95, मारुति में 0.80,हिंदुस्तान यूनीलीवर में 0.69 और टीसीएस में 1.12 प्रतिशत की तेजी रही। टाटा स्टील के शेयरों के भाव सर्वाधिक 4.24 प्रतिशत लुढ़के।
इसके अलावा भारती एयरटेल के शेयर के भाव 4.16,विप्रो के 2.60,यस बैंक के 2.57,कोल इंडिया के 2.51,इंफोसिस के 2.16,एशियन पेंट्स के 2.04,बजाज ऑटो के 2.01,अदानी पोटर्स के 1.89, भारतीय स्टेट बैंक के 1.78, टाटा मोटर्स के 1.28, कोटक बैंक के 1.07, सन फार्मा के 1.07, आईसीआईसीआई बैंक के 1.04, हीरो मोटोकॉर्प्स के 0.95, डॉ रेड्डीज के 0.93, एचडीएफसी के 0.62, एक्सिस बैंक के 0.61, इंडस इंड बैंक के 0.61, रिलायंस के 0.58, आईटीसी के 0.52, ओएनजीसी के 0.45,एचडीएफसी बैंक के 0.40 और महिंद्रा एंड महिंद्रा के 0.20 प्रतिशत लुढ़के।