हैमिल्टन। न्यूजीलैंड के खिलाफ टी-20 सीरीज 5-0 से जीतने के बावजूद भारतीय कप्तान विराट कोहली ने मंगलवार को कहा कि टीम को अपने क्षेत्ररक्षण में अब भी सुधार करने की जरुरत है।
विराट ने न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले वनडे की पूर्वसंध्या पर मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन में क्षेत्ररक्षण में सुधार पर विशेष जोर दिया। भारत ने यह सीरीज 5-0 से जीती लेकिन उसका क्षेत्ररक्षण अच्छा नहीं रहा था और कई कैच टपकाए गए थे। इसी बात को लेकर भारतीय कप्तान ने क्षेत्ररक्षण में सुधार करने की जरुरत पर बल दिया है।
भारतीय कप्तान ने कहा कि हमें क्षेत्ररक्षण में सुधार करना होगा। अगर आप देखें तो टीम में औसतन खिलाड़ी की उम्र ज्यादा से ज्यादा 27 वर्ष की है तो हमें इस हिसाब से फील्डिंग करनी होगी। अन्य टीमों के मुकाबले हमारा क्षेत्ररक्षण कुछ खास बेहतर नहीं है। टी-20 क्रिकेट में जल्द से जल्द हालात बदलते हैं तो अगर आप इस दौरान परेशान रहेंगे तो आपको मुकाबले में दिक्कत का सामना करना पड़ेगा।
विराट ने साथ ही कहा कि एकदिवसीय क्रिकेट में भी हमारा क्षेत्ररक्षण में प्रदर्शन ऐसा नहीं है जिस पर हम गर्व कर सकें। हमने इस बारे में कई बार बात की है। आप एक युवा टीम से हमेशा फिट रहने की उम्मीद करते हैं। क्रिकेट ऐसा खेल है जहां तीनों विभागों में आपको बेहतर प्रदर्शन करना होता है। बल्लेबाजी और गेंदबाजी की तरह क्षेत्ररक्षण भी उतना ही महत्वपूर्ण है। हमें अपनी कमियों को दूर कर आगे बढ़ना होगा।
न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले वनडे के लिए भारतीय संयोजन का खुलाजा करते हुए विराट ने कहा कि इस मुकाबले में पृथ्वी शॉ और रोहित शर्मा की जगह टीम में शामिल हुए मयंक अग्रवाल ओपनिंग की जिम्मेदारी संभालेंगे जबकि टी-20 सीरीज में ओपनिंग करने वाले लोकेश राहुल वनडे में पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरेंगे।
राहुल ने न्यूजीलैंड के खिलाफ हाल ही में समाप्त हुए पांच मैचों की टी-20 सीरीज में ओपनिंग की थी और बेहतरीन खेल का प्रदर्शन किया था। उन्होंने पांच मैचों में 224 रन बनाए थे और उन्हें इसके लिए प्लेयर अॉफ द सीरीज का पुरस्कार दिया गया था। कप्तान ने इसके साथ ही इस बात के भी संकेत दिए हैं कि राहुल विकेटकीपर की भी जिम्मेदारी संभालेंगे।
भारतीय कप्तान ने इन सुझावों को खारिज कर दिया कि टीम इस साल ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 विश्वकप की तैयारियों के लिए इन तीन एकदिवसीय मैचों का इस्तेमाल कर सकती है। विराट ने कहा कि हमने अभी पांच टी-20 मुकाबले खेले हैं। एक महीने बाद ही इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) टी-20 टूर्नामेंट भी होना है जो करीब दो महीने तक चलेगा और हम इसका अपनी तैयारियों के लिए पूरा उपयोग करेंगे। मेरे ख्याल से टी-20 एक अलग प्रारुप है और पिछले वर्ष हमें इसकी तैयारी करने का समय नहीं मिला था। आईपीएल एक प्रतिस्पर्धी टूर्नामेंट है जहां खिलाड़ी अलग सोच के साथ खेलते हैं।
उन्होंने कहा कि आपको इस प्रारुप का सम्मान करना चाहिए और आपको 50 ओवर के मैच को उसी की गति के हिसाब से खेलना चाहिए। मैं टीम संयोजन के बारे में पहले ही बात कर चुका हूं और राहुल जैसे खिलाड़ी मध्यक्रम में खेलने जा रहे हैं। हमें यह देखना है कि खिलाड़ी अपनी भूमिका में खुद को ढाल लें और उन्हें पता रहना चाहिए कि किस प्रारुप में वह कहां खेलने जा रहे हैं और उन्हें खुद को कैसे व्यस्त करना है। हम वनडे सीरीज को टी-20 विश्वकप की तैयारियों के तौर पर नहीं देख रहे हैं। आईपीएल इसके लिए सही जगह है।