कार्डिफ । भारतीय क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड दौरे की धमाकेदार विजयी शुरूआत की है और विराट कोहली की अगुवाई में वह शुक्रवार को दूसरे ट्वंटी 20 में जीत के साथ सीरीज़ पर कब्ज़ा करने उतरेगी।
भारत ने मैनचेस्टर में खेले गये पहले मैच में 10 गेंदे शेष रहते आठ विकेट से जीत दर्ज की थी और वह अब दूसरे मैच को जीतकर तीन मैचों की सीरीज़ में 2-0 की अपराजेय बढ़त कायम करने उतरेगा।
जबरदस्त लय में चल रही इंग्लैंड की टीम को पटरी से उतारते हुये भारतीय टीम ने पहले मैच में हरफनमौला खेल दिखाया था जिसमें लोकेश राहुल ने तीसरे नंबर पर उतरते हुये नाबाद 101 रन की लाजवाब शतकीय पारी खेली तो चाइनामैन गेंदबाज़ कुलदीप यादव ने 24 रन पर पांच विकेट लेकर मैन ऑफ द मैच प्रदर्शन किया था।
विराट कोहली की अगुवाई वाली टीम इंडिया के लिये व्यस्त दौरे इंग्लैंड दौरे के लिये इसे अच्छी शुरूआत माना जा रहा है जिससे उसका हौसला काफी बढ़ा है। भारत के लिये ट्वंटी 20 के बाद तीन मैचों की वनडे सीरीज़ और फिर सितंबर मध्य तक चलने वाली पांच मैचों की टेस्ट सीरीज़ से पूर्व इंग्लिश परिस्थितियों और खासकर यहां की पिचों के अनुकूल खुद को अभ्यस्त करना ज्यादा अहम है।
विराट कोहली ने जनवरी 2017 में टीम इंडिया की कप्तानी संभालने के बाद से टीम के संयोजन में कई तरह के प्रयोग किये हैं और राहुल को तीसरे नंबर पर पिछले मैच में उतारना भी उनका एक सफल प्रयोग कहा जा सकता है। हालांकि माना जा रहा है कि अगले वर्ष विश्वकप के मद्देनज़र भी यह टीम मैनेजमेंट इस पोजिशन पर विभिन्न खिलाड़ियों को परखना चाहता है।
पिछले कुछ समय से चोटों से जूझ रहे राहुल ने 54 गेंदों में अपनी नाबाद 101 रन की 10 चौकों और पांच छक्कों से सजी पारी से अपनी फिटनेस को भी साबित किया है। वहीं ओल्ड ट्रेफर्ड में कप्तान विराट ने भी अपनी नाबाद 20 रन की पारी से सबसे तेज़ 2000 रन की उपलब्धि भी दर्ज की थी और उम्मीद है कि अगले मैच में उन्हें धुआंधार पारी खेलने का मौका मिले।
ओपनिंग में शिखर धवन और रोहित शर्मा की विशेषज्ञ जोड़ी के अलावा मध्यक्रम में सुरेश रैना, महेंद्र सिंह धोनी और ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या अहम हैं लेकिन गेंदबाज़ी में एक बार फिर से कुलदीप पर निगाहें रहेंगी। चाइनामैन गेंदबाज़ ने हमेशा ही मौका मिलने पर खुद को साबित किया है और ट्वंटी 20 से पूर्व आस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट पदार्पण में भी उन्होंने इसी तरह प्रभावित किया था। इस वर्ष दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ छह वनडे में उन्होंने 17 विकेट निकाले थे और उनकी निरंतरता तथा अबूझ गेंदबाज़ी ने कप्तान और मैनेजमेंट को खासा प्रभावित किया है।
वैसे गेंदबाजी में टीम के पास भुवनेश्वर कुमार, उमेश यादव, हार्दिक तेज़ गेंदबाज़ों के अच्छे विकल्प हैं जबकि युजवेंद्र अन्य उपयोगी स्पिनर हैं। लेकिन हमेशा की तरह उन्हें महंगी गेंदबाज़ी से बचना होगा। वहीं भुवी भी चार ओवर में 45 रन देकर सबसे महंगे गेंदबाज़ रहे थे और सीरीज़ कब्ज़ाने के लिहाज़ से अहम मैच में उन्हें संभलकर प्रदर्शन करना होगा।
दूसरी ओर इंग्लैंड की टीम भी करो या मरो के मैच में वापसी करना चाहेगी। आस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज़ में 5-0 से की क्लीन स्वीप से उत्साहित मेजबान टीम भारत के खिलाफ पहले ही मैच में बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी में बहुत प्रभावित नहीं कर सकी अाैर जाेस बटलर की एकमात्र 69 रन की पारी ने उसे संभाला। हालांकि जेसन राॅय, एलेक्स हेल्स, कप्तान इयाेन माेर्गन तथा गेंदबाज़ों में आदिल राशिद, डेविड विली, क्रिस जार्डन तथा मोइन अली अगले मैच में बेहतर प्रदर्शन के साथ टीम को वापसी करा सकते हैं।
भारतीय टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ आखिरी बार वर्ष 2016-17 में अपने घरेलू मैदान पर तीन मैचों की ट्वंटी 20 सीरीज़ 2-1 से जीती थी जबकि वर्ष 2014 में आखिरी बार अपने इंग्लैंड दौरे में एकमात्र ट्वंटी 20 अंतरराष्ट्रीय मैच मेजबान टीम से गंवाया था।