हिरोशिमा। भारतीय महिला हॉकी टीम ने एफआईएच महिला सीरीज फाइनल्स के सेमीफाइनल में शनिवार को चिली को 4-2 से हराकर इस साल के आखिर में होने वाले ओलंपिक क्वालिफायर टूर्नामेंट का टिकट हासिल कर लिया।
भारतीय टीम ने इस शानदार जीत और ओलंपिक क्वालिफायर का टिकट हासिल कर अपनी टीम की युवा फॉरवर्ड लालरेमसियामी के पिता को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की जिनका शुक्रवार की सुबह निधन हो गया था। भारतीय कप्तान रानी ने कल कहा था कि पूरी टीम इस दुख की घड़ी में लालरेमसियामी के साथ खड़ी है और वह इस टूर्नामेंट को जीतकर उनके पिता को श्रद्धांजलि देगी।
एफआईएच महिला सीरीज फाइनल्स के फाइनल में पहुंचने वाली दोनों टीमों को इस साल के आखिर में होने वाले ओलंपिक क्वालिफायर टूर्नामेंट का टिकट मिलना है और भारत ने यह टिकट हासिल कर लिया। जापान मेजबान होने के नाते ओलंंपिक में स्वत: ही खेलेगा। इससे पहले भारतीय पुरुष टीम ने भी भुवनेश्वर में एफआईएच सीरीज फाइनल्स का खिताब जीतकर ओलंपिक क्वालिफायर के लिए क्वालीफाई कर लिया था।
भारत का अब फाइनल में एशियाई खेलों के स्वर्ण विजेता जापान के साथ मुकाबला होगा जिन्होंने एक अन्य सेमीफाइनल में रुस को पेनल्टी शूटआउट में 3-1 से हराया। निर्धारित समय तक मुकाबला 1-1 से बराबर रहने के बाद जापान ने शूटआउट में जीत हासिल की। भारत के पास अब जापान के हाथों एशियाई खेलों के फाइनल में मिली हार का बदला चुकाने का पूरा मौका रहेगा।
विश्व रैंकिंग में नौंवे नंबर की टीम भारत ने टूर्नामेंट के ग्रुप मैचों में उरुग्वे को 4-1 से, पोलैंड को 5-0 से फिजी को 10-0 से हराया था और अब सेमीफाइनल में चिली को 4-2 से शिकस्त दे दी। भारत की जीत में ड्रैग फ्लिकर गुरजीत कौर ने पेनल्टी कार्नर पर दो गोल दागे जबकि नवनीत और रानी ने एक-एक गोल किया।
विश्व रैंकिंग में 16वें नंबर की टीम चिली की तरफ से केरोलिना गार्सिया और मैनुएला यूरोज ने एक-एक गोल किया। दोनों टीमों के बीच यह पांचवां मुकाबला था जिनमें से भारत ने चार जीते हैं और एक ड्रा रहा है।
मैच का पहला क्वार्टर गोल रहित रहने के बाद गार्सिया ने मैदानी गोल कर चिली को बढ़त दिलाई। लेकिन गुरजीत ने 22वें मिनट में पेनल्टी कार्नर पर गोल कर भारत को 1-1 की बराबरी दिला दी। आधे समय तक दोनों टीमें एक-एक से बराबर थीं।
तीसरा क्वार्टर शुरु होते ही नवनीत ने 31वें मिनट में मैदानी गोलकर भारत को 2-1 से आगे किया। गुरजीत ने 37वें मिनट में पेनल्टी कार्नर पर गोलकर भारत की बढ़त को 3-1 कर दिया। मैनुएला ने 43वें मिनट में चिली का दूसरा गोलकर मैच में रोमांच पैदा कर दिया।
आखिरी क्वार्टर में दोनों टीमों के बीच जबरदस्त संघर्ष चलता रहा लेकिन कप्तान रानी ने 57वें मिनट में भारत का चौथा गोल दागकर चिली का संघर्ष समाप्त कर दिया। भारत ने अंत में यह मैच 4-2 के अंतर से जीता। भारत ने मैच में छह पेनल्टी कार्नर और चिली ने चार पेनल्टी कार्नर हासिल किए।
दूसरे सेमीफाइनल में एशियाई खेलों के स्वर्ण विजेता जापान को जीत हासिल करने के लिए शूटआउट तक पसीना बहाना पड़ा। पहला क्वार्टर गोल रहित रहने के बाद दोनों टीमों ने 27वें मिनट में गोल किया। रुस की तरफ से बोगदाना सादोवाइया ने पेनल्टी स्ट्रोक पर और जापान की तरफ से अकीको यामाशिता ने पेनल्टी कार्नर पर गोल किया।
मैच में जापान को दो और रुस को एक पेनल्टी कार्नर मिला। रुस के हिस्से में एक पेनल्टी स्ट्रोक भी आया। निर्धारित समय तक कोई और गोल ना हो पाने के बाद शूटआउट का सहारा लिया गया जिसमें जापान ने 3-1 से बाजी मारकर फाइनल का टिकट हासिल कर लिया।