नई दिल्ली। पर्यावरण प्रदूषण कम करने और आयातित जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता कम करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए किफायती विमान सेवा प्रदाता स्पाइसजेट जैव ईंधन पर विमान उड़ाने का परीक्षण करने जा रहा है।
स्पाइसजेट द्वारा दिल्ली के इंदिरा गाँधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 27 अगस्त को बुलाई गयी प्रेस वार्ता के आमंत्रण में बताया गया है कि नागरिक उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु के अलावा इस अवसर पर पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी तथा पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ. हर्षवर्द्धन मौजूद होंगे।
विमानन से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि स्पाइसजेट विमान ईंधन के रूप में जैव ईंधन के इस्तेमाल का परीक्षण करने वाला है और प्रेस वार्ता उसी संदर्भ में है। हालाँकि कंपनी के प्रवक्ता ने कोई जानकारी देने से इनकार कर दिया।
वहीं, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस क्षेत्र से जुड़े सूत्र ने बताया कि इस परियोजना के विमान ईंधन देहरादून स्थित भारतीय पेट्रोलियम संस्थान ने तैयार किया है। संस्थान विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के विभाग विज्ञान एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद् की प्रयोगशाला है।
उल्लेखनीय है कि दुनिया भर में विमान ईंधन के रूप में जैव ईंधन के प्रयोग पर अनुसंधान चल रहे हैं। भारतीय वायुसेना के साथ भी इस तरह का एक अनुसंधान चल रहा है। इससे वायु प्रदूषण कम करने में मदद मिलेगी और साथ ही विमानन क्षेत्र में लागत तथा किराया भी कम हो सकेगा।