उदयपुर । आलेम्पिक खेलों में स्वर्ण पदक विजेता और पदमश्री पुरस्कार से सम्मानित कृष्णा पुनिया ने कहा कि साधन सुविधाओं के अभाव के बावजूद भी हाल ही सम्पन्न राष्ट्रमंडल खेलों में भारत ने अच्छा प्रदर्शन कर 67 पदकों को अपने नाम किया।
पुनिया विश्व फिजियोथेरेपी दिवस पर आज यहां राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय में फिजियोथेरेपी विभाग की ओर से आयोजित नि:शुल्क चिकित्सा शिविर एवं रक्तदान शिविर का उदघाटन करने के बाद कार्यक्रम को संबोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि खेलों में आज भी अपार संभावना है लेकिन साधन सुविधाओं के अभाव हम बहुत पीछे हैं।
पुनिया ने कहा कि जब भी कोई खेलों में अपना उत्कृष्ट प्रदर्शन करता है तो मीडिया और सरकारें वाहवाही लेने के लिए उसके पीछे चल देती है जबकि खिलाडी जानता है कितने अभावों के बाद उसने अपना प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा कि शारीरिक शिक्षा को स्कूली शिक्षा से ही पाठ्यक्रम में अनिवार्य करना होगा तथा प्रत्येक बालक को उसकी रूचि के अनुसार खेल से जोडना होगा।
कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथि दंगल फिल्म में अभिनेता आमिर खान के ट्रेनर एवं 2007 के कॉमन वैल्थ कोच कृपाशंकर पटेल ने कहा कि आज खेलों में कौच के साथ फिजियोथेरेपिस्ट की भी महत्ता बढ गई है। उन्होने कहा कि कुश्ती एवं चोट का चोली दामन का साथ होता है। कुश्ती में चोटे लगने की अधिक संभावना है जिसके कारण इस खेल में फिजियोथेरेपिस्ट की भूमिका बढ जाती है।