जैसलमेर। राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने आज जैसलमेर जिले के इन्दिरा गांधी नहर परियोजना के मोहनगढ़ कार्यालय में अधिशाषी अभियंता को एक ठेकेदार से 20 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया।
ब्यूरो की जैसलमेर चौकी में पुलिस उपाधीक्षक अनिल पुरोहित ने बताया कि जैसलमेर के ठेकेदार जलाल खां ने 10 जुलाई को ब्यूरो को शिकायत की कि मोहनगढ़ के नहरी क्षेत्र में करवाये गये मरम्मत कार्य और टाइल्स कार्यों के भुगतान का लैटर ऑफ क्रेडिट (एलओसी) बजट बिल पारित करवाने की एवज में रिश्वत मांगी जा रही है।
उसी दिन ठेकेदार से कनिष्ठ अभियंता विजय कुमार ने जलाल खां से तीन प्रतिशत कमिशन के हिसाब से 26 हजार 700 रुपए की मांग की। इसमें से 10 हजार रुपए कनिष्ठ अभियंता ने उसी समय ले लिए और अधिशाषी अभियंता देशराज से बात करने के लिए कहा। ठेकेदार ने अधिशाषी अभियंता से बात की तो उसने एलओसी बजट मंगवाने के लिए 20 हजार रुपए मांगे।
उन्होंने बताया कि ब्यूरो ने जाल बिछाते हुए अपरान्ह साढ़े तीन बजे जलाल खां को रिश्वत की राशि देकर इंदिरा गांधी नहर कार्यालय भेजा। अधिशाषी अभियंता ने रिश्वत की राशि जैसे ही पकड़ी, ब्यूरो के दल ने दबिश देकर देसराज नूनिया को दबोंच लिया।
रिश्वत की राशि उसकी कुर्सी के नीचे मिल गई। सूत्रों के अनुसार रिश्वतखोरी के इस मामले में पूछताछ के लिए बाद में कनिष्ठ अभियंता विजय को भी ब्यूरो ने तलब कर लिया। उससे अभी पूछताछ चल रही है।