जकार्ता। पश्चिमी इंडोनेशिया के जावा और सुमात्रा द्वीप के सुंड़ा जल डमरु मध्य क्षेत्र में शनिवार रात आयी भयंकर सुनामी में मृतकों की संख्या बढ़कर 429 हो गई है और 1459 से अधिक लोग घायल हो गए हैैं। सुनामी की जद में आने से 681 मकान, 69 होटल, 60 दुुकानें और 420 नौकाएं भी नष्ट हो गईं हैं।
सुनामी का कारण अनाक कराकाटुु ज्वालामुखी में हुए जबर्दस्त विस्फोट को माना जा रहा है जिसके बाद समुद्र तल की चट्टानों के खिसकने के बाद पानी मेें हलचल पैदा हुई जिसने सुनामी की शक्ल अख्तियार कर ली। बताया जा रहा है कि पानी की लहरेंं लगभग 20 मीटर ऊंची थी। शनिवार को पूर्णिमा के दिन चंद्रमा की बढ़ी गुरुत्वाकर्षण शक्ति ने भी समुद्री लहरों को ऊपर उठाने में मदद की।
इंडोनेशिया की आपदा प्रबंधन एजेंसी के प्रवक्ता सुतुोपो पूरवो नूगरोहो ने पत्रकारों को बताया कि सुनामी प्रभावित क्षेत्रों में एक संयुक्त टीम अपनी भारी-भरकम मशीनरी के साथ बचाव और राहत कार्य में जुटी है। सुनामी पीड़ितों को प्रभावित क्षेत्रों से निकाला जा रहा है।
उन्होंने कहा कि सड़कें अवरुद्ध होने के कारण बचाव एवं राहत कार्य प्रभावित हो रहा है। सुंड़ा जल डमरु क्षेत्र में इस सप्ताह के मध्य में भी बारिश और तूफान आने का अनुमान है जिससे बचाव और राहत कार्य बाधित होने की आशंका है।
आपदा प्रबंधन एजेंसी के प्रवक्ता ने कहा कि अनाक कराकाटुु ज्वालामुखी में विस्फोट जारी हैं जिसके कारण एक और सुनामी की आशंका से इन्कार नहीं किया जा सकता।
इंडोनेशिया के ज्वालामुखी संभावित होने के कारण इसे ‘रिंग ऑफ फायर’ भी कहा जाता है। इंडोनेशिया में अकसर ज्वालामुखी विस्फोट, भूकंप और सुनामी की आशंका बनी रहती है। गौरतलब है कि सोमालिया में सितंबर महीने में आए भूकंप में 2000 लोगों की मौत हो गई थी।