इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर शहर की महात्मा गांधी रोड थाना पुलिस ने आज नगर निगम कर्मियों से मारपीट के मामले में भारतीय जनता पार्टी के विधायक आकाश विजयवर्गीय को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। कोर्ट ने सुनवाई के बाद उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार गंजी कम्पाउंड क्षेत्र स्थित एक अति खतरनाक मकान को तोड़ने निगम का अमला पहुंचा था। मकान तोड़ने की कार्यवाही से प्रभावित लोगों के पक्ष में मौके पर पहुंचे विधायक आकाश विजयवर्गीय ने निगम अधिकारियों को कार्यवाही नहीं करने की हिदायत देकर मौके से जाने के लिए कहा। इस बीच अधिकारियों के न लौटने पर विजयवर्गीय भड़क गए।
उन पर आरोप है कि उन्होंने क्रिकेट खेलने के बल्ले से निगम के एक भवन निरीक्षक और भवन अधिकारी के साथ मारपीट शुरू कर दी। इस दौरान विजयवर्गीय के समर्थकों ने मौके पर मौजूद निगम अमले के अन्य लोगों के साथ मारपीट शुरू कर दी। आरोप है कि विजयवर्गीय समर्थकों ने निगम के वाहन और संसाधनों को भी नुकसान पहुंचाया।
पुलिस के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार विजयवर्गीय को गिरफ्तार करने के बाद प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी गौरव गर्ग की अदालत में पेश किया गया है। इस दौरान विजयवर्गीय के सैकड़ों समर्थकों ने महात्मा गांधी रोड थाने का घेराव करते हुए विधायक को थाने से न्यायालय ले जाने के दौरान जमकर हंगामा किया। इस दौरान कड़े सुरक्षा बंदोबस्त में विजयवर्गीय को अदालत के समक्ष पेश किया गया।
कांग्रेस ने एमएलए आकाश विजयवर्गीय के कृत्य की घोर निंदा की
विजयवर्गीय और उनके दस समर्थकों के खिलाफ पुलिस ने शासकीय कार्य मे बाधा और अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है। आरोप है मकान तोड़ने गये निगम अधिकारियों को विजयवर्गीय ने क्रिकेट खेलने के बल्ले से पीटा है। सुनवाई के दौरान न्यायालय में अत्याधिक भीड़ होने के चलते न्यायालय के मुख्य द्वारों को सुरक्षा के लिहाज से बंद कर दिया गया। सुनवाई के बाद जज ने विजयवर्गीय की जमानत अर्जी खारिज करते हुए उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश दिए।
इसके पहले आज सुबह गंजी कंपाउंड क्षेत्र में एक अति खतरनाक श्रेणी के मकान को तोड़ने गए नगर निगम कर्मियों के एक दल का विजयवर्गीय से विवाद हो गया था। निगम के भवन निरीक्षक की शिकायत पर विजयवर्गीय को गिरफ्तार किया गया है।
अब क्या
विधायक आकाश विजयवर्गीय की जमानत निरस्त होने तथा उन्हें जेल भेजे जाने से बीजेपी समर्थक आक्रोशित हो गए। शहर में कानून व्यवस्था बनाए रखने के मद्देनजर पुलिस प्रशासन को अलर्ट पर रखा गया है। इस बीच बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव इंदौर के लिए रवाना हो गए। सूत्रों के अनुसार भाजपा गुरुवार को इंदौर बंद का ऐलान कर सकती है।