इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर के शासकीय महाराजा यशवंत राव चिकित्सालय (एमवायएच) के शव गृह में सामने आई अमानवीय अनियमितता के मामले में चार अस्पताल कर्मियों के साथ एक पुलिस अधिकारी तथा एक अन्य को निलंबित कर दिया गया है।
संभागायुक्त पवन शर्मा ने बताया कि बीते 16 सितंबर को एमवायएच के शव गृह में लापरवाही पूर्वक रखे एक शव के कंकाल में तब्दील हो जाने का मामला प्रकाश में आने के बाद मामले की जांच कराई गई है।
जांच रिपोर्ट के आधार पर एमवायएच के चार वार्ड बॉय को निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही अस्पताल अधीक्षक पीएस ठाकुर और एक अन्य डॉक्टर को ‘कारण बताओ नोटिस’ जारी किया है। इसी मामले में अस्पताल के एक डॉक्टर की दो माह की वेतन वृद्धि रोके जाने के आदेश दिए गए हैं।
शर्मा ने बताया कि इस तरह कि घटना सामने आने का कारण शव के रखरखाव, निष्पादन को लेकर अब तक तय रीति-नीति का न होना रहा है। उन्होंने कहा कि शव गृह की व्यवस्था के लिए कोई एक जिम्मेदार अधिकारी को दायित्व भी नहीं दिया गया। इन दोनों ही समस्या का समाधान करते हुए ‘स्टेंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर’ (एसओपी) तैयार किया जा रहा है। साथ ही एक शव गृह विभाग के अधिकारी की तैनाती की जा रही है।
शर्मा ने जांच में सामने आई सभी अनियमितता को बिंदुवार निराकरण किए जाने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि पुलिस और आसपास प्रबंधन के बीच समन्वय की कमी की भी बात सामने आई है। लिहाजा जिले के पुलिस अधिकारी को जांच में दोषी पाए गए जिम्मेदार पुलिस कर्मियों के विरुद्ध कार्यवाही कर सूचित करने के निर्देश दिए हैं।
उधर, पुलिस के आधिकारिक सूत्रों ने इसी मामले में एक उप पुलिस निरीक्षक और एक अन्य को निलंबित किए जाने की पृष्टि की है। कार्यवाही की जद में आए अस्पताल कर्मी और पुलिसकर्मियों की निलंबन अवधि की जानकारी स्पष्टता नहीं बताई गई है।