मुंबई। पूर्व आईएनएक्स मीडिया अधिकारी इंद्राणी मुखर्जी ने गुरुवार को सनसनीखेज बयान देते हुए दावा किया कि उनकी बेटी शीना बोरा जिंदा है और वह कश्मीर में है।
इंद्राणी मुखर्जी ने जांच एजेंसी के साथ-साथ विशेष केन्द्रीय जांच ब्यूरो अदालत को एक पत्र लिखा है कि उनकी बेटी शीना बोरा जीवित है और वह कश्मीर में है। इंद्राणी अपनी बेटी शीना बोरा की हत्या का आरोप है और वर्तमान में जेल की सजा काट रही है।
मुखर्जी ने अपने पत्र में लिखा कि वह जेल में एक महिला से मिली। महिला ने कहा वह कश्मीर में शीना बोरा से मिली है। उसके बयान के आधार पर इंद्राणी मुखर्जी ने जांच एजेंसी के साथ-साथ विशेष सीबीआई अदालत को पत्र लिखकर कश्मीर में अपनी बेटी की तलाश करने का आग्रह किया है। सूत्रों ने बताया कि सीबीआई की विशेष अदालत निकट भविष्य में उसके आवेदन पर सुनवाई कर सकती है।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2002 में मुंबई पुलिस ने शीना बोरा हत्यकांड के मामले को दर्ज किया था और इंद्राणी मुखर्जी उसके तीसरे पति एवं माडिया आयकॉन पीटर मुखर्जी , ड्राईवर श्यामवर राय और संजीव खन्ना (इंद्राणी का पूर्व पति) सहित चार लोगों को पूछताछ के लिए गिरफ्तार किया था।
बाद में मामले की आगे की जांच के लिए इसे सीबीआई को स्थानांतरित कर दिया गया था। छह साल की जांच और कम से कम पांच आरोप पत्र और अतिरिक्त आरोप पत्र के बाद सीबीआई ने अब विशेष अदालत से कहा है कि वे इस मामले में आगे की जांच नहीं करेंगे।
यहां की सत्र अदालत ने साल 2017 में सुनवाई शुरू की थी और इस मामले में करीब 60 गवाहों ने अपने बयान दर्ज कराए हैं। जांच के दौरान, इंद्राणी के ड्राइवर श्यामवर राय ने अप्रैल 2012 में शीना बोरा की हत्या करने की बात कबूल की और कहा कि उसने उसके शव को महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में फेंक दिया था। उसने मुंबई पुलिस से कहा कि शीना की हत्या में इंद्राणी मुखर्जी और संजीव खन्ना शामिल थे।
अदालत के समक्ष सीबीआई के मामले के अनुसार इंद्राणी मुखर्जी ने शीना बोरा की हत्या इसलिए की क्योंकि उसने (इंद्राणी) शीना बोरा को अपनी बहन के रूप में सभी से मिलवाया था और पीटर मुखर्जी के बेटे राहुल मुखर्जी के बीच संबंधों को लेकर वह खासी नाराज थी। इसके अलावा इंद्राणी के शीना बोरा की हत्या की एक और वजह यह भी थी क्योंकि शीना इंद्राणी को सार्वजनिक रूप से उसे बेनकाब करने की धमकी देती थी, क्योंकि शीना इंद्राणी की बहन नहीं बल्कि उसकी बेटी थी।
चालक श्यामवर राय अब इस मामले में सरकारी गवाह बन गया है। पीटर मुखर्जी को मार्च 2020 में सीबीआई की अदालत से जमानत मिल गई है। इस मामले की सुनवाई के दौरान इंद्राणी और पीटर ने अपने रिश्ते खत्म करने का फैसला किया था।