अलवर। राजस्थान में अलवर शहर के राजकीय गीतानंद शिशु चिकित्सालय में आज सुबह आग लग जाने से एक बच्ची एवं तीन नर्स झुलस गई।
पुलिस के अनुसार सुबह पांच बजे अस्पताल के फैसिलिटी बेस्ड न्यूबॉर्न केयर यूनिट (एफबीएनसी) में आग लग गई जिसमें बीस दिन की बच्ची गंभीर रुप से झुलस गई। बच्ची को बचाने के दौरान अस्पताल की नर्सिंग कर्मचारी भारती मीणा, स्नेहा और ताराबाई भी झुलस गई जिन्हें राजीव गांधी अस्पताल के बर्न वार्ड में भर्ती कराया गया है जबकि गंभीर रुप से झुलसी बच्ची को जयपुर रेफर किया गया।
प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सुनील चौहान ने बताया कि बच्ची की हालत गंभीर है लेकिन उसका इलाज भी संभव है। उसे जयपुर जेके लोन अस्पताल के लिए रेफर किया है, लेकिन परिजन अभी जयपुर ले जाने को तैयार नहीं है। इस मामले की जांच के निर्देश दे दिए गए हैं और एफबीएनसी वार्ड में टेक्नीशियन की टीम बुला ली गई है जो जांच कर रही है। भविष्य में ऐसी घटना नहीं हो इसके पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे।
मौके पर पहुंचे अतिरिक्त जिला कलेक्टर शहर उत्तम सिंह शेखावत ने बताया कि इस यूनिट में ऑक्सीजन पाइप लाइन लीकेज होने से आग लग गई जिसमें बच्ची गंभीर रुप से झुलस गई है। श्री शेखावत ने बताया कि मामले की जांच कराई जाएगी कि ड्यूटी पर कौन था, किसकी लापरवाही रही है और उपकरणों में क्या कमी रही है।
उन्होंने बताया कि आग से वार्ड में धुआं फैल गया था जिससे काफी दिक्कत हो सकती थी लेकिन समय रहते करीब 14 बच्चों को दूसरे वार्ड में शिफ्ट करा दिया गया। बीस बच्चों की क्षमता वाले इस वार्ड में 15 बच्चे भर्ती थे।
उधर घटना के बाद भारतीय जनता पार्टी के विधायक संजय शर्मा अस्पताल पहुंचे और बच्ची के परिजनों से बातचीत की और अस्पताल के डाक्टरों और प्रशासन के अधिकारियों से मिलकर बच्ची की हालत के बारे में जानकारी ली।
शर्मा ने बताया कि उन्होंने डॉक्टर से बात की और चिकित्सक ने कहा है कि बच्ची को वेंटीलेशन पर रखना जरूरी है लेकिन अस्पताल में इसकी सुविधा नहीं होने के कारण इसको जयपुर के लिए रेफर किया गया है।
उन्होंने जिला कलेक्टर से इस मामले की न्यायिक जांच की मांग की और इस घटना में लापरवाही में जो लिप्त पाए जाए, उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए तथा ऐसी व्यवस्था की जाए कि आगे ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं हो।