नई दिल्ली। फल-सब्जी, समुद्री मछली, औद्योगिक काष्ठ, खोई एवं मूंगफली तेल के दामों में वृद्धि होने से थोक मूल्यों पर आधारित मुद्रास्फीति की दर मौजूदा वर्ष में मार्च के दौरान बढ़कर 3.18 प्रतिशत दर्ज की गई है।
सरकार के सोमवार को यहां जारी आंकड़ों में बताया गया है कि फरवरी में थोक मुद्रास्फीति की दर 2.93 प्रतिशत रही थी। इससे पिछले वर्ष फरवरी में यह आंकड़ा 2.74 प्रतिशत था। मौजूदा वित्त वर्ष में बिल्ड अप मुद्रास्फीति की दर 3.18 प्रतिशत रही है।
आंकड़ों के अनुसार मार्च 2019 में खाद्य वस्तु वर्ग की कीमतों में मटर फली में सात प्रतिशत, फल एवं सब्जी में छह प्रतिशत, मक्का एवं ज्वार में तीन प्रतिशत, बाजरा में दो प्रतिशत और मसूर में एक प्रतिशत की तेजी आई है।
हालांकि इसी वर्ग में समुद्री मछली में छह प्रतिशत, अंडा में पांच प्रतिशत, चना में तीन प्रतिशत, बकरे का मांस, उडद और मसाले में दो प्रतिशत तथा राजमा, रागी, गेंहू, अरहर और मु्र्गे के मांस की कीमतों में एक प्रतिशत की कमी आई है
गैर खाद्य वस्तु वर्ग के मूल्यों में औद्योगिक काष्ठ में 16 प्रतिशत, कच्चा सिल्क में सात प्रतिशत, सूरजमुखी चार प्रतिशत, सरसों तीन प्रतिशत, सोयाबीन नारियल और नारियल रेशा में एक प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। इसी वर्ग में तिल 15 प्रतिशत, कच्ची रबड़ , कच्ची कपास चार प्रतिशत, कच्ची ऊन दो प्रतिशत और मूंगफली, चारा, अरंडी, जूट और कच्ची खाल के मूल्यों का इजाफा हुआ है।