रियो डी जेनेरो। ब्राजील के पूर्व स्टार फुटबॉलर रोनाल्डो का कहना है कि उनके करियर में लगी चोटों ने उन्हें एक बेहतर इंसान और फुटबॉलर बनाया है हालांकि इन चोटों से उनका करियर समय से पहले ही समाप्त हो गया।
दो बार के विश्वकप विजेता रहे रोनाल्डो को एसी मिलान की तरफ से खेलते हुए पांच महीने के अंदर दो बार घुटने में गंभीर चोट लगी थी। उनकी चोट इतनी गंभीर थी कि उन्हें इससे उबरने में दो साल का वक्त लग गया था और उन्होंने 2002 विश्वकप में ब्राजील की राष्ट्रीय टीम में वापसी की थी जहां उन्होंने आठ गोल किए थे और अपनी टीम को विजेता बनाने में अहम भूमिका अदा की थी। उन्होंने योकोहामा में जर्मनी के खिलाफ फाइनल में दो गोल किये थे।
रोनाल्डो ने अर्जेंटीना के पूर्व मिडफील्डर जुआन सेबेस्टियन वेरोन के साथ गुरुवार को इंस्टाग्राम पर लाइव चैट के दौरान कहा कि मैं चोटिल नहीं होने की पूरी कोशिश करता था लेकिन उसने मेरी जिंदगी बदल दी। चोटों ने मुझे एक जिम्मेदार, अनुशासित और बेहतर इंसान बनने में मदद की।
गौरतलब है कि रोनाल्डो को फरवरी 2008 में एसी मिलान के लिए खेलते वक्त घुटने में एक बार फिर काफी गंभीर चोट लग गई थी जिसके कारण यूरोप में उनका करियर मात्र 31 साल में ही खत्म हो गया।
43 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा कि मैं चोटों के बिना और चार साल खेल सकता था। लेकिन शायद यह चेतावनी थी। मैं बस शुक्रगुजार हूं। हालांकि मेरा करियर शानदार रहा। मैंने बेहतरीन खिलाड़ियों के साथ खेला जिसमें से वेरोन आप भी एक हैं।
रोनाल्डो ने कहा कि उन्होंने सितंबर 2018 में स्पेन के रियल वालाडोलिड टीम का मालिक बनने के बाद फुटबॉल में वापसी की कोशिश की थी। रोनाल्डो ने कहा कि हालांकि यह सिर्फ महज एक योजना था। मैंने बहुत कुछ सहन किया है लेकिन आज के युवा खिलाड़ी बहुत तेज हैं। जब मैंने वालाडोलिड टीम खरीदी तो मैंने सोचा कि अगर मैं कुछ त्याग करुं और तीन चार महीने तक ट्रेनिंग लूं तो मैं कुछ मैच खेल सकता हूं।