नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के वक्तव्य को ‘नफरत के वायरस’ वाला बताते हुए आज कड़ी निंदा की और कहा कि कांग्रेस समाज में सांप्रदायिक जहर बोने की राजनीति कर रही है।
भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि यह देखना दुखद है कि अपने आप को देश की सबसे पुरानी पार्टी का दावा करने वाली पार्टी को हर चीज में केवल और केवल सांप्रदायिकता ही दिखती है। यदि कांग्रेस जमात के पक्ष में ही अपने आप को दिखाना चाहती है, तो वह भी स्पष्ट कर दे। हम उनकी साफगोई का स्वागत करेंगे।
उन्होंने कहा कि जब सभी देशवासी वैश्विक त्रासदी का डटकर मुकाबला कर रहे हैं, तब आपदा की घड़ी में ऐसा राजनीतिक दुस्साहस केवल और केवल कांग्रेस ही कर सकती है। कहीं न कहीं कांग्रेस औचित्यविहीन राजनीति की ओर अग्रसर है।
वरिष्ठ पत्रकार अर्णब गोस्वामी पर हुए हमले की भाजपा अध्यक्ष ने निंदा करते हुए कहा कि अपनी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए एक पत्रकार पर हमला काफी दुखद है। कांग्रेस ने एक बार पुनः यह दिखाया है कि वह एक ऐसी पार्टी है जिसने देश पर आपातकाल थोपा था। कांग्रेस ने ऐसा करके स्वतंत्र भाषण को रौंदने की अपनी समृद्ध परंपरा को ही जारी रखा है।
भाजपा के वरिष्ठ प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन ने यहां एक बयान में कहा कि कांग्रेस कार्यसमिति में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के साम्प्रदायिकता को बढ़ावा देने वाली गैर-जिम्मेदाराना बयान की पार्टी कड़ी निंदा और भर्त्सना करती है। पूर्व केन्द्रीय मंत्री हुसैन ने मांग की कि कांग्रेस को न केवल अपने सांप्रदायिक और नफरत को बढ़ावा देने वाले बयान को वापस लेना चाहिए, बल्कि देश की जनता से अविलंब माफी भी मांगनी चाहिए।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि स्पष्ट है कि कांग्रेस बांटने वाली और समाज में सांप्रदायिक जहर बोने की राजनीति कर रही है। कांग्रेस रचनात्मक राजनीति करने की बजाय जानबूझकर ऐसे मुद्दे उठा रही है ताकि कांग्रेस शासित प्रदेशों में हो रही निंदनीय घटनाओं से देश की जनता का ध्यान भटकाया जा सके।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासित प्रदेश में साधुओं की जघन्य हत्या, वरिष्ठ पत्रकार पर प्रायोजित हमला और लॉकडाउन में कांग्रेस नेता की शराब की तस्करी में संलिप्तता जैसी ख़बरों से देश की जनता का ध्यान भटकाने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष ने ‘नफरत का वायरस’ वाला बयान दिया है।
हुसैन ने कहा कि कांग्रेस कार्यसमिति साधुओं की हत्या तथा एक वरिष्ठ पत्रकार पर हमले की न तो कोई चर्चा या निंदा नहीं करती लेकिन समाज में नफरत के बीज बोना कांग्रेस को बखूबी आता है।
उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब पूरा देश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में कोविड-19 के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ रहा है और इसकी पूरे विश्व में प्रशंसा हो रही है, तब देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी के अध्यक्ष द्वारा दिया गया इस तरह का बयान कांग्रेस की राजनीति की कुत्सित मंशा को ही उजागर करता है।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को जवाब देना चाहिए कि क्या सोनिया गांधी ने पालघर की घटना पर अपनी सरकार से जवाब-तलब किया या इस जघन्य हत्याकांड की निंदा भी की। क्या गांधी ने वरिष्ठ पत्रकार पर हुए हमला का संज्ञान लिया और कथित कांग्रेसी हमलावर के खिलाफ कोई कार्रवाई की। कांग्रेस को जवाब देना चाहिए कि उसकी पार्टी और उसकी अध्यक्ष ने ऐसी घटनाओं के लिए क्या कहा है।