जयपुर। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डा सतीश पूनियां से पूर्वी राजस्थान और उदयपुर संभाग के वागड़ अंचल से आये आदिवासी समाज के लोगों ने आज यहां मुलाकात की।
इन लोगों ने भाजपा प्रदेश कार्यालय एवं डा पूनियां के जनसंवाद केन्द्र पर उनसे मुलाकात की। इन लोगों ने भाजपा के गत 11 मार्च को वीरांगनाओ के समर्थन में किए गए आंदोलन में अराजक तत्वों द्वारा किए गए उपद्रव की कड़ी निंदा की।
भाजपा एसटी मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र मीणा ने आदिवासी समाज के प्रबुद्धजनों को संबोधित करते हुए कहा कि वीरांगनाओं के जिस संवेदनशील मुद्दे को लेकर सांसद किरोड़ी लाल मीणा धरने पर बैठे हुए थे, लेकिन कांग्रेस की सरकार सुन नहीं रही थी और इस दौरान पुलिस द्वारा किरोड़ी लाल मीणा के साथ जो व्यवहार किया उससे पूरी भाजपा में आक्रोश है।
जितेन्द्र मीणा ने कहा कि किरोड़ीलाल मीणा की पहचान भाजपा के नेता के रूप में है, भाजपा ने उन्हें शीर्ष तक पहुंचाया, अब उनके कोई हाथ भी लगाता है तो भाजपा में उबाल आना स्वाभाविक है। इसके परिणाम स्वरूप एक आंदोलन की रणनीति बनती है, लेकिन इस आंदोलन में कुछ षड्यंत्रकारी ऐसे आ जाते हैं जो कहीं ना कहीं यह चाहते हैं कि भाजपा से मीणा समाज नाराज हो जाए, कैसी अजीब सी विडंबना है कि कांग्रेस सरकार समाजों में विद्रेष फैलाना चाहती है।
उन्होंने कहा कि इस 11 मार्च के आंदोलन में गांव-गांव से लोग पहुंचे, ऐसे में वहां कुछ अराजक लोग भाजपा और डा पूनियां के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे, क्या मानसिकता है ऐसे लोगों की, ऐसे में मीणा समाज के लोग डा पूनियां को आशवस्त करने आए हैं, ऐसे व्यक्तियों का भाजपा से कोई लेना-देना नहीं है।
उन्होंने कहा कि एक सुर में हम मांग करते हैं कि ऐसे उपद्रव करने वाले लोगों की पहचान होनी चाहिए, आखिर यह कौन लोग हैं और किसके इशारे पर यह षड्यंत्र कर रहे हैं, क्योंकि यह एक बार की बात होती तो मान लेते परंतु कुछ लोग पिछले कई दिनों से डा पूनियां के खिलाफ षड्यंत्र करने में लगे हुए थे, आखिर यह कौन लोग थे, इनका पता लगना चाहिए।