अजमेर। राजस्थान के उच्च शिक्षा, सूचना एवं जनसंपर्क राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने कहा है कि महात्मा गांधी का दर्शन, उनके सिद्धांत, अहिंसा और सत्य को विश्व ने अपनाया है और वर्तमान परिप्रेक्ष्य में उनकी प्रासंगिकता को सिद्ध किया है।
डॉ. गर्ग आज अजमेर में सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय गांधीजी की 150वीं जन्म जयंती वर्ष के मौके पर आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि पूरा देश जहां एक वर्ष जन्म जयंती वर्ष के रूप में मना रहा है वहीं राज्य की गहलोत सरकार के निर्देश पर इसे दो वर्ष के लिए लागू किया गया है तथा अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।
उन्होंने गांधी के विचारों को समझने और उन्हें पढ़ने की प्रेरणा देते हुए कहा कि उन्होंने अपने आचार, विचार, जीवनशैली के माध्यम से मानवता का संदेश दिया और इससे पहले सभी का स्वयं पर प्रयोग करने के बाद उसे सार्वजनिक किया। उन्होंने समाज से आह्वान किया कि किसी भी काम को करने से पहले वे गांधीजी जैसी शख्सियत का स्मरण करें उसके बाद ही उन्हें कोई अधिकार मिलता है।
डा. गर्ग ने स्वयं को मन-तन से कांग्रेसी विचारधारा का बताते हुए कहा कि वे गहलोत की कार्यशैली से प्रभावित होकर उनके कहने पर ही राजनीति में आए हैं। गहलोत का चेहरा आज गांधीवादी चेहरे के रूप में है और उनकी सरकार भी जनता के हित में गांधीजी के बताए मार्ग का अनुसरण करने की पहल कर रही है।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि राजस्थान लोकसेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष डॉ. बी एम शर्मा ने कहा कि गांधीजी विलक्षण प्रतिभा के धनी थे जिनका दुनिया में कोई सानी नहीं था। गांधी को समझने के लिए उनके द्वारा लिखी पुस्तकें ‘हिंद स्वराज’ तथा ‘गांधी की आत्मकथा’ को पढ़ना बेहद जरूरी है। इस मौके पर डॉ. एलएस राठौड़ के कविता संग्रह ‘रोमांस ओवर कॉफी’ का विमोचन किया गया।
दो दिवसीय इस संगोष्ठी में भारत के अलावा यूके, नेपाल, भूटान, श्रीलंका, यूरोप तथा इजराइल से आए प्रतिनिधि गांधीजी पर अपने व्याख्यान देंगे तथा रिसर्च स्कॉलर्स गांधी के जीवन पर शोधपत्र प्रस्तुत करेंगे।