नई दिल्ली। चौथे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर देश में समुद्र से लेकर आकाश तक और रेगिस्तान के लेकर दुर्गम पर्वतीय क्षेत्रों में योग का संदेश जन-जन तक पहुंचाया गया और तन-मन के बेहतर स्वास्थ्य के लिए राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से लेकर अाम नागरिक तक इस जनांदोलन में सम्मिलित हुए।
इस वर्ष याेग दिवस की थीम शांति के लिए याेग है और 2017 में इसकी थीम शांति अौर समरसता थी। संयुक्त राष्ट्र के मुख्यालय में भी योग दिवस के आयोजन किया गया। सूरीनाम की यात्रा पर गये राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने वहां के राजधानी पारामारीबो में राष्ट्रपति डेजायर डेलानो बटरेसे के साथ योगाभ्यास किया।
जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तराखंड की राजधानी देहरादून स्थित भारतीय वन संस्थान में आज हजारों लोगों की मौजूदगी में योगाभ्यास कर आमजनों में योग को लोकप्रिय बनाने के लिए जनांदोलन छेड़ने का आह्वान किया।
कोविंद ने सुबह एक टवीट् कर कहा कि अंतरराष्ट्रीय याेग दिवस के मौके पर विश्व में याेग करने वाले वाले सभी लोगों को बधाई। योग एक प्राचीन भारतीय परंपरा है लेकिन यह केवल भारत तक ही सीमित नहीं है और समूची मानवता की अमूर्त धरोहर है। आप जहां कहीं भी हों, मैं आपको याेग पद्धति के बारे में जानने और इसे करने के लिए आमंत्रित करता हूं।
राष्ट्रपति भवन में सुबह आयोजित योगाभ्यास कार्यक्रम में 500 से ज़्यादा अधिकारियों ने भाग लिया। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने मुंबई में आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नवीस के साथ अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह को संबोधित करते हुए जनता से अपील की कि वे शारीरिक एवं मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए प्रतिदिन योगाभ्यास अवश्य करें।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज इन दिनों यूरोप के दौरे पर हैं और वह ब्रूसेल्स में यूराेपीय संसद में अंतराष्ट्रीय याेग दिवस कार्यक्रमाें की अगुवाई की। उन्होंने आध्यात्मिक गुरू श्री श्री रविशंकर के साथ यूरोपीय संसद में यहूदी मेनुहिन स्पेस में योगाभ्यास किया। देश के विभिन्न स्थानों पर 21 केन्द्रीय मंत्रियों ने योगाभ्यास कार्यक्रमों में शिरकत की।
भारतीय वायुसेना के छाताधारी सैनिकों ने विमान से पैराशूट की मदद से छलांग लगाकर हवा में योगाभ्यास का अदभुत प्रदर्शन किया। वायु नमस्कार और वायु पद्मासन जैसी योग मुद्राओं से लोगों को हैरत में डाल दिया। समुद्र में भारतीय नौसेना के जलवीरों ने युद्धपोत आईएनएस कामोर्ता और पनडुब्बी आईएनएस सिंधुकीर्ति में भी योगासन किए।
संसार के सबसे ऊंचे रणक्षेत्र सियाचिन की बर्फीली चोटियाें पर तैनात सैनिकाें ने सद्गुरू जग्गी वासुदेव के साथ योगासन किए। सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने राजस्थान के रेगिस्तानी क्षेत्र में रेत पर योगाभ्यास किया। इसके अलाव सशस्त्र बलों की अन्य सभी इकाइयों ने भी योग दिवस मनाया।
कोटा में राजस्थान सरकार और पंतजलि संस्थान की ओर से आयोजित राज्यस्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और योग गुरू रामदेव के सानिध्य में लगभग दो लाख से अधिक लोगों ने एक साथ योग कर गिनीज बुक आर्फ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज कराया।
इस अवसर पर गिनीज बुक आर्फ वर्ल्ड रिकार्ड के अधिकारियों ने एक साथ इतने लोगों का एक ही स्थान पर योग करने के विश्व रिकॉर्ड की घोषणा करते हुये बाबा रामदेव और उनके शिष्य बालकृष्ण को इसका प्रमाण पत्र सौंपा।
केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने नोएडा में योगासन किए। राजनाथ सिंह ने लखनऊ में, नितिन गडकरी ने नागपुर में, सुरेश प्रभु ने चेन्नई में, रविशंकर प्रसाद ने पटना में, स्मृति ईरानी ने पटना में, प्रकाश जावड़ेकर ने मुंबई में, उमा भारती ने रुद्र प्रयाग में, अनंत कुमार ने बेंगलुरु में, डॉ. हर्षवर्द्धन ने दिल्ली में, जेपी नड्डा ने शिमला में, रामविलास पासवान ने हाजीपुर में, अनंत गीते ने रोहा में, संचार मंत्री मनोज सिन्हा ने शिलांग में योगाभ्यास किया।
महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने दिल्ली में गर्भवती महिलाओं को भी योगाभ्यास के लिए प्रेरित किया और स्वयं उन्होंने उनके साथ योगासन किये। राजधानी में विभिन्न सरकारी मंत्रालयों स्कूलों, कॉलेजों एवं राज्यसभा सचिवालय, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, साहित्य अकादमी, ललित कला अकादमी, केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड कार्यालय में भी योग संबंधी कार्यक्रम हुए। रेलवे की सभी इकाइयों ने योग दिवस मनाया। भाजपा के मुख्यालय में भी योगाभ्यास किया गया।
उत्तरी गोलार्ध में 21 जून सबसे बड़ा दिन हाेता है और इसके बाद दिन की अवधि घटती जाती है और इसी वजह से विश्व के अनेक भागों में इस दिन की विशेष अहमियत रहती है। वर्ष 2014 में मोदी के सुझाव पर संयुक्त राष्ट्र में इस दिन को विश्व योग दिवस के रूप में मनाए जाने के प्रस्ताव को पेश किया गया था जिस पर 177 देश सहप्रस्तावक बने और रिकॉर्ड 75 दिनों में इसे पारित किया गया था।
प्रधानमंत्री ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के कार्यक्रम को संबोधित करते कहा कि पूरे विश्व ने योग को अपना लिया है और इसका उदाहरण यह है कि अंतराष्ट्रीय स्तर पर यह हर साल मनाया जाने लगा है। उन्होंने कहा कि याेग ने पूरे विश्व को बीमारी से अच्छे स्वास्थ्य की तरफ जाने का रास्ता दिखाया है और यह लोगों को आपस में जोड़ता है, उन्हें समाहित करने में मदद करता है।
मोदी ने कहा कि भारतीयों को अपनी इस धरोहर पर गर्व होना चाहिए और इससे इसकी समद्धता को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि योग अाज पूरे विश्व में एकीकरण की बहुत बड़ी ताकत बन चुका है। उन्होंने कहा है कि योग केवल शरीर को स्वस्थ रखने के लिए शारीरिक अभ्यास नहीं है। यह स्वास्थ्य आश्वासन का पासपोर्ट है, तंदरूस्ती और सेहत की कुंजी है। योग केवल सुबह में किया जाने वाला शारीरिक अभ्यास नहीं है, परिश्रम और संपूर्ण जागरूकता के साथ की जाने वाली दैनिक गतिविधियां भी योग का हिस्सा है।
उन्होंने कहा कि विश्व में योग नियंत्रण और संयम का विश्वास है, मानसिक तनाव से गुजर रही दुनिया में योग शांति प्रदान करता है, विचलित विश्व में योग ध्यान में सहायता करता है, भय के विश्व में योग आशा, शक्ति और साहस का विश्वास कराता है।