पुणे। ओपनर शेन वाटसन (78) और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (नाबाद 51) ने जमकर छक्के उड़ाते हुए चेन्नई सुपरकिंग्स को दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ आईपीएल 11 के मुकाबले में सोमवार को 13 रन से जीत दिला दी। चेन्नई की आठ मैचों में यह छठी जीत है और इसके साथ ही उसने प्ले ऑफ के लिए अपना दावा मजबूत कर लिया है।
चेन्नई ने चार विकेट पर 211 रन के मजबूत स्कोर बनाया जबकि दिल्ली की टीम ऋषभ पंत की 79 रन की शानदार पारी के बावजूद पांच विकेट पर 198 रन बना सकी। दिल्ली की आठ मैचों में यह छठी हार है और उसके लिए प्लेऑफ की राह बहुत मुश्किल हो गई है।
विजय शंकर ने 19 वें ओवर में ड्वेन ब्रावो पर तीन छक्के मारे लेकिन वह सिर्फ दिल्ली की हार का अंतर कम कर सके। विजय ने आखिरी ओवर में एनगिदी पर छक्का मारकर अपना अर्धशतक पूरा किया। दिल्ली की टीम यह मैच हारी लेकिन पंत और विजय का संघर्ष सराहनीय रहा। विजय 54 रन पर नाबाद रहे।
वाटसन ने 40 गेंदों पर 78 रन में चार चौके और सात छक्के उड़ाए जबकि धोनी ने मात्र 22 गेंदों पर नाबाद 51 रन में दो चौके और पांच छक्के जड़े। अंबाटी रायुडू ने 24 गेंदों पर 41 रन की पारी में पांच चौके और एक छक्का तथा फाफ डू प्लेसिस ने 33 गेंदों पर 33 रन में तीन चौके और एक छक्का लगाया।
दिल्ली के युवा कप्तान श्रेयस अय्यर ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग करने का फैसला किया लेकिन चेन्नई के ओपनरों वाटसन और फाफ डू प्लेसिस ने तूफानी शुरुआत करते हुए पहले विकेट की साझेदारी में 10.5 ओवर में 102 रन ठोक डाले। दोनों बल्लेबाजों ने खास तौर पर लियाम प्लंकेट को अपना निशाना बनाया जिनके तीन ओवर में 52 रन लुटे।
इस आईपीएल में एक शतक जड़ चुके ऑस्ट्रेलियाई आलराउंडर वाटसन ने धमाकेदार अंदाज में मात्र 40 गेंदों में चार चौके और सात छक्के उड़ाते हुए 78 रन ठोक डाले। डू प्लेसिस ने भी वाटसन के साथ कदमताल करते हुए 33 गेंदों पर 33 रन में तीन चौके और एक छक्का लगाया।
पिछले मैच में अर्धशतक जड़ने वाले सुरेश रैना हालांकि इस बार मात्र एक रन बनाकर आउट हुए लेकिन कप्तान धोनी ने अंबाटी रायुडू (41) के साथ चौथे विकेट के लिए मात्र छह ओवर में 79 रन जड़कर चेन्नई को 200 के पार पहुंचा दिया।
वाटसन ने प्लंकेट के पारी के पांचवें और सातवें ओवर में चार छक्के जड़े। चेन्नई ने सात ओवर में ही 71 रन बना लिए थे। चेन्नई के 50 रन 5.2 ओवर, 100 रन 10.2 ओवर, 150 रन 16.1 ओवर और 200 रन 19.3 ओवर में पूरे हुए। वाटसन ने अपने 50 रन 25 गेंदों में और धोनी ने अपने 50 रन 22 गेंदों में पूरे किए।
डू प्लेसिस टीम के 102, रैना 103 और वाटसन 130 के स्कोर पर आउट हुए जबकि रायुडू आखिरी ओवर में रन आउट हुए। ट्रेंट बोल्ट के चार ओवर में 48 और प्लंकेट के तीन ओवर में 52 रन पड़े। अमित मिश्रा, विजय शंकर और ग्लेन मैक्सवेल ने एक-एक विकेट लिया।
लक्ष्य का पीछा करते दिल्ली की शुरुआत अच्छी नहीं रही और उसने दूसरे ओवर में युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ का विकेट गंवाने के बाद 74 रन तक जाते जाते अपने चार विकेट गंवा दिए।
शॉ ने नौ रन बनाए और उन्हें अपना पहला आईपीएल मैच खेल रहे केएम आसिफ ने आउट किया।आसिफ ने कोलिन मुनरो को आउट कर अपना दूसरा शिकार किया। मुनरो ने 16 गेंदों में तीन चौकों और दो छक्कों के सहारे 26 रन बनाए।
कप्तान श्रेयस अय्यर अनावश्यक सिंगल चुराने की कोशिश में रन आउट हो गए। उन्होंने 13 रन बनाये।ग्लेन मैक्सवेल मात्र छह रन बनाकर लेफ्ट आर्म स्पिनर रवींद्र जडेजा की गेंद पर बोल्ड हो गए। चार विकेट गिर जाने के बाद युवा बल्लेबाज ऋषभ पंत ने मोर्चा संभाला और विजय शंकर के साथ उपयोगी साझेदारी स्कोरबोर्ड को गतिमान रखा।
पंत की बल्लेबाजी दर्शनीय रही और उन्होंने आकर्षक चौके और छक्के लगाए। पंत ने अपने 50 रन 34 गेंदों में तीन चौकों और तीन छक्कों की मदद से पूरे किए लेकिन अकेले रन बनाने की जिम्मेदारी के चलते वह आउट हो गए और इसके साथ ही दिल्ली की बची खुची उम्मीदें टूट गई। पंत का विकेट लुंगी एनगिदी ने लिया। पंत ने 45 गेंदों पर सात चौकों और चार छक्कों की मदद से 79 रन की शानदार पारी खेली और दिल्ली की हार का अंतर घटाया।
विजय ने 31 गेंदों पर नाबाद 54 रन में एक चौका और पांच छक्के लगाए। अंत में चेन्नई का 211 का स्कोर दिल्ली के लिए बड़ा साबित हुआ। आसिफ ने आईपीएल में शानदार पदार्पण किया और 43 रन पर दो विकेट लिए। एनगिदी और जडेजा को एक-एक विकेट मिला।