मोहाली। किंग्स इलेवन पंजाब और चेन्नई सुपरकिंग्स की टीमें रविवार को आईपीएल-11 मुकाबले में जब आमने सामने होंगी तब दो पुराने साथियों रविचंद्रन अश्विन और महेंद्र सिंह धोनी की भिड़ंत पर सभी की नजरें टिकी रहेंगी।
पंजाब टीम के कप्तान अश्विन आठ साल तक चेन्नई टीम में और एक साल पुणे टीम में धोनी के साथ खेले थे। लेकिन चेन्नई टीम ने 11वें सत्र के लिए न तो अश्विन को रिटेन किया और न ही खरीदा।
पंजाब टीम ने अश्विन को खरीदकर कप्तान बनाया और अब इस दिग्गज ऑफ स्पिनर के सामने यह चुनौती रहेगी कि वह अपनी पुरानी टीम और पुराने कप्तान के सामने खुद को साबित करें।
पंजाब ने कल बेंगलुरू टीम के खिलाफ नजदीकी मुकाबला चार विकेट से गंवाया था। अश्विन ने इस मैच में एक ही ओवर में दो विकेट लिए थे और 33 रन भी बनाये थे। पंजाब के सामने अपनी एकादश को दुरूस्त करने की कड़ी चुनौती है जिसमें युवराज सिंह मध्यक्रम में कमजोर कड़ी साबित हो रहे हैं। युवराज ने दो मैचों में 12 और चार रन बनाये हैं।
अश्विन के पास क्रिस गेल जैसा धुरंधर बल्लेबाज़ है जिन्हें ओपनिंग में लाकर मयंक अग्रवाल को मध्यक्रम में उतारा जा सकता है। पंजाब टीम को अपनी लय बनाए रखने के लिए शीर्ष क्रम में बदलाव की जरूरत है।
दूसरी अोर चेन्नई की टीम ने अपने पहले मुकाबले में मुंबई इंडियन्स को एक विकेट से और कोलकाता नाइटराइडर्स को एक गेंद शेष रहते पांच विकेट से हराया था। धोनी की टीम दो नज़दीकी मुकाबले जीतने के बाद पंजाब के खिलाफ जीत की हैट्रिक बनाने उतरेगी।
धोनी की टीम को हालांकि दो झटके लगे हैं और उसके शेष छह घरेलू मैच चेन्नई से बाहर पुणे शिफ्ट हो गये हैं जबकि बायें हाथ के बल्लेबाज सुरेश रैना चोट के कारण दो मैचों से बाहर हो गये हैं।
रैना की गैर मौजूदगी में चेन्नई के पास शेन वाटसन, अंबाटी रायुडू, सैम बिलिंग्स और ड्वेन ब्रावो जैसे मैच विजेता खिलाड़ी हैं। धोनी ने अपनी टीम को नाजुक मौकों पर जीत दिलाई है और उनकी पूरी कोशिश रहेगी कि वह इस मुकाबले में अपने पुराने साथी अश्विन की चुनौती को काबू कर लें।