मुंबई। राजस्थान रॉयल्स ने लखनऊ सुपर जायंट्स को रविवार को आईपीएल मुकाबले में 24 रनों से हराया और प्लेऑफ की दहलीज पर पहुंच गए। राजस्थान ने 20 ओवर में छह विकेट पर 178 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर बनाया और लखनऊ को आठ विकेट पर 154 रन पर रोक दिया। राजस्थान 13 मैचों में आठवीं जीत और 16 अंकों के साथ दूसरे नंबर पर पहुंच गया है जबकि लखनऊ 13 मैचों में पांचवीं हार के बाद 16 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर खिसक गया है।
राजस्थान रॉयल्स ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए अपने शीर्ष बल्लेबाज जोस बटलर को मात्र 11 के स्कोर पर गंवाया। बटलर दो रन ही बना सके। लेकिन यशस्वी जायसवाल ने 29 गेंदों पर 41, कप्तान संजू सैमसन ने 24 गेंदों पर 32, देवदत्त पडिकल ने 18 गेंदों पर पांच चौकों और दो छक्कों के सहारे 39, रियान पराग ने 16 गेंदों पर 19 और जिमी नीशम ने 12 गेंदों पर 14 रन बनाकर राजस्थान के स्कोर को कुछ सम्मान दिया।
रविचंद्रन अश्विन ने सात गेंदों पर नाबाद 10 और ट्रेंट बोल्ट ने नौ गेंदों पर नाबाद 17 रन बनाकर राजस्थान को लड़ने लायक स्कोर तक पहुंचाया जो अंत में मैच विजयी साबित हुआ।
लखनऊ लक्ष्य का पीछा करते हुए पॉवरप्ले में तीन विकेट गंवाने के बाद मुकाबले में नहीं लौट पायी और उसे लगातार दूसरी हार का सामना करना पड़ा। ट्रेंट बोल्ट ने तीसरे ओवर की पहली गेंद पर क्विंटन डी कॉक और दूसरी गेंद पर आयुष बदौनी को आउट कर लखनऊ को दो करारे झटके दिए। प्रसिद्ध कृष्णा ने छठे ओवर में लखनऊ के कप्तान लोकेश राहुल से पहली गेंद पर छक्का खाने के बाद उन्हें तीसरी गेंद पर यशस्वी जायसवाल के हाथों कैच करा दिया।
दीपक हुड्डा ने 39 गेंदों पर पांच चौकों और दो छक्कों की मदद से 59 रन बनाये लेकिन उनके पांचवें बल्लेबाज के रूप में 116 के स्कोर पर आउट होते ही लखनऊ की उम्मीदें टूट गयीं। क्रुणाल पांड्या ने 23 गेंदों में 25 और मार्कस स्टॉयनिस ने 17 गेंदों में 27 रन बनाये। राजस्थान की तरफ से बोल्ट, कृष्णा और ओबेद मकाय ने दो-दो विकेट झटके।
राजस्थान की टीम 24 रन से मैच जीतने में कामयाब रही। राजस्थान रॉयल्स की टीम अब दशमलव अंकों में लखनऊ से आगे पहुंच गई है। शिमरन हेटमायर के बिना भी राजस्थान ने इस मैच में 178 का स्कोर बनायाा भले ही कोई अर्धशतक नहीं लगा लेकिन यशस्वी जायसवाल, देवदत्त पडिकल, संजू सैमसन ने अहम पारियां खेली। वहीं इसके बाद लखनऊ की टीम के बल्लेबाज बिखर गए। शीर्ष क्रम शुरुआत सही नहीं दिला सका। बाद में दीपक हुड्डा ने जरूर अर्धशतक लगाकर उम्मीद बनाए रखी लेकिन यह काफी नहीं थी।