कोलकाता। लखनऊ सुपर जायंट्स ने निकोलस पूरन (30 गेंद, 58 रन) के जुझारू अर्द्धशतक की मदद से इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के रोमांचक मुकाबले में शनिवार को कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) को एक रन से हराकर प्लेऑफ में जगह बना ली। लखनऊ ने केकेआर के सामने 177 रन का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य रखा। इसके जवाब में केकेआर रिंकू सिंह (33 गेंद, 67 रन) के जुझारू प्रयास के बावजूद 175 रन तक ही पहुंच सकी।
लखनऊ मात्र 73 रन पर पांच विकेट गंवाकर संकट की स्थिति में थी लेकिन पूरन ने 30 गेंद पर चार चौकों और पांच छक्कों से सजी 58 रन की पारी खेलकर अपनी टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। केकेआर विस्फोटक शुरुआत के बावजूद मध्यक्रम की असफलता के कारण संकट में आ गई। रिंकू सिंह ने एक बार फिर अपनी टीम को जीत की ओर ले जाने का प्रयास किया, लेकिन आखिरी गेंद पर छक्का जड़ने के बावजूद भी वह एक रन से पीछे रह गए।
लखनऊ 14 मैचों में 17 अंकों के साथ गुजरात टाइटन्स और चेन्नई सुपर किंग्स के बाद प्लेऑफ में पहुंचने वाली तीसरी टीम बन गईयी है। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और मुंबई इंडियन्स प्लेऑफ के चौथे स्थान के लिए रविवार को अपना-अपना दावा पेश करेंगे।
केकेआर ने टॉस जीतकर गेंदबाजी करते हुए शुरुआती ओवरों में अपना दबदबा रखा। विस्फोटक सलामी बल्लेबाज काइल मेयर्स तीन रन के मामूली स्कोर पर आउट हो गए, जबकि क्विंटन डि कॉक और प्रेरक मांकड़ को रन बनाने के लिए संघर्ष करना पड़ा। मांकड़ ने आखिरकार छठे ओवर में हाथ खोलकर तीन चौके जड़े और लखनऊ पावरप्ले में 54 रन बना सकी।
मांकड़ (20 गेंद, 26 रन) की आतिशबाजी हालांकि ज्यादा देर तक नहीं चली और वैभव ने उन्हें हर्षित राणा के हाथों कैच आउट करवा दिया। लखनऊ की मुश्किलें तब बढ़ गईं जब वैभव ने मार्कस स्टोइनिस को और सुनील नरेन ने क्रुणाल पांड्या को पवेलियन भेज दिया। सलामी बल्लेबाज डी कॉक ने 10वें ओवर तक टिककर 27 गेंदें खेलीं, हालांकि वह भी 28 रन बनाकर आउट हो गए।
पूरन ने लखनऊ की पारी को तब संभाला जब वह 88 रन पर पांच विकेट गंवाकर छोटे स्कोर पर सिमटने की कगार पर थी। उन्हें आयुष बडोनी का साथ मिला और दोनों के बीच छठे विकेट के लिए इस सीजन की तीसरी अर्धशतकीय साझेदारी हुई। बडोनी की धीमी चाल के बावजूद पूरन ने उनके साथ 46 गेंद पर 74 रन जोड़े।
बडोनी (20 गेंद, 25 रन) ने 18वें ओवर में एक छक्के और एक चौके के साथ पूरन का साथ निभाना चाहा, हालांकि इस ओवर का अंत बडोनी के आउट होने के साथ हुआ। पूरन ने अगले ओवर में अपना अर्द्धशतक जड़ते हुए दो छक्के जड़े, हालांकि तीसरा छक्का मारने की कोशिश में वह डीप पॉइंट पर खड़े वेंकटेश अय्यर को कैच दे बैठे। कृष्णप्पा गौतम ने अंतिम ओवर में चार गेंद पर 11 रन की पारी खेलकर लखनऊ को 176/8 के स्कोर पर पहुंचाया।
केकेआर ने इस लक्ष्य का पीछा करते हुए जेसन रॉय और वेंकटेश अय्यर के दम पर विस्फोटक शुरुआत की। वेंकटेश ने पहले ओवर में एक छक्का और दो चौके जड़कर मोहसिन खान का स्वागत किया। जेसन रॉय ने अगले ओवर में नवीन-उल-हक के खिलाफ इसी तरह 15 रन बटोरे। इस आतिशी जोड़ी ने मात्र पांच ओवर में 59 रन की साझेदारी कर डाली जिसके कारण लखनऊ को अपनी योजनाएं बदलने पर विचार करना पड़ा।
कप्तान क्रुणाल पांड्या ने दोनों छोरों से स्पिनरों को गेंद सौंपने का फैसला लिया और इसका असर फौरन ही मैदान पर नज़र आ गया। कृष्णप्पा गौतम ने छठे ओवर में मात्र दो रन देते हुए अय्यर (15 गेंद, 24 रन) का विकेट निकाला। स्पिनरों के आने के बाद केकेआर की रनगति भी थम गई और नीतीश राणा 10 गेंदों पर आठ रन बनाकर रवि बिश्नोई का शिकार हो गए।
जेसन रॉय ने 28 गेंद पर सात चौकों और एक छक्के के साथ 45 रन बनाये और उनके रूप में केकेआर का चौथा विकेट गिरा। स्पिनरों के वर्चस्व के बीच यश ठाकुर ने रहमानुल्लाह गुरबाज़ का विकेट अपने नाम किया।
आंद्रे रसल के रूप में केकेआर का पांचवां विकेट 16वें ओवर में गिर गया। टीम अब लक्ष्य से 56 रन दूर थी और उसके पास सिर्फ 24 गेंदें शेष थीं। पारी के 17वें और 18वें ओवर में मात्र 17 रन आने से केकेआर के लिये परिस्थितियां और भी मुश्किल हो गईं।
इस मैच का अंत केकेआर की हार के साथ ही हुआ, लेकिन उससे पहले रिंकू ने अपनी बल्लेबाजी से मैच को रोमांचक बना दिया। उन्होंने 19वें ओवर में तीन चौके और एक छक्का जड़ते हुए कुल 20 रन जोड़े। आखिरी ओवर में हालंकि शुरुआती चार गेंदों पर सिर्फ दो रन आने के कारण केकेआर की जीत लगभग असंभव हो गई।
केकेआर जब तीन गेंदों में जीत से 18 रन दूर थी तब रिंकू ने यश ठाकुर को छक्का जड़ दिया, हालांकि अगली गेंद पर वह सिर्फ चार रन ही बना सके। उन्होंने पारी की आखिरी गेंद पर एक और छक्का लगाया, फिर भी उनकी टीम जीत से दो रन दूर ही रह गई। केकेआर ने 14 मैचों में छह जीत और आठ हार के साथ अपना आईपीएल अभियान खत्म किया।