श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में भारतीय पुलिस सेवा के एक अधिकारी का लापता भाई कथित रूप से आतंकवादी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन में शामिल हाे गया है। सोशल मीडिया पर हाथ में एके-47 राइफल लहराते हुए उसकी तस्वीर वायरल हुई है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि श्रीनगर शहर के बाहर जाकुरा स्थित सरकारी कॉलेज से बैचलर आॅफ यूनानी मेडिसीन एवं सर्जरी की पढ़ाई कर रहा शमसुल हक नामक युवक मई में लापता हो गया। दक्षिण कश्मीर के शोपियां में रहने वाले युवक शमसुल हक का पता लगाने के लिए एक मामला दर्ज किया गया और जांच शुरू कर दी गई।
आईपीएस अधिकारी के भाई शमसुल की एक तस्वीर, जिसमें वह अपने हाथ में एके-47 राइफल लहरा रहा है, फेसबुक और ट्विटर समेत कई सोशल मीडिया साइटों पर वायरल हो रही है।
तस्वीर के मुताबिक शमसुल गत 22 मई को आतंकवादी संगठन में शामिल हो गया। लेकिन पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि तस्वीर की वास्तविकता का पता लगाया जा रहा है।
यह पहली बार नहीं है जब कश्मीरी युवाओं ने सोशल मीडिया पर राइफल लहराते हुए आतंकवाद का दामन थामने की घोषणा की है। हाल में, कई युवकों ने फेसबुक और ट्विटर सहित विभिन्न सोशल मीडिया साइटों पर हथियारों के साथ अपनी तस्वीरें पोस्ट कर आतंकवादी बनने की घोषणा की है।
पिछले आठ माह के दौरान तहरीक-ए-हुर्रियत के अध्यक्ष के पुत्र, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के स्कॉलर और कश्मीर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर समेत कई युवक घाटी में विशेषकर दक्षिण कश्मीर के आतंकवादी संगठनों में शामिल हो गए हैं।
गत वर्ष नवंबर के बाद घाटी में हालांकि एक प्रसिद्ध फुटबाॅलर समेत करीब एक दर्जन युवक हिंसा का रास्ता छोड़ कर वापस अपने घर लाैट आए हैं। पुलिस ने ऐसे युवकों के खिलाफ कोई मामला नहीं चलाने की घोषणा को दोहराते हुए कहा कि ऐसे युवकों को नए और सामान्य जीवन जीने के लिए हरसंभव मदद दी जाएगी।