तेहरान | (शिन्हुआ) ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जारिफ ने अमेरिका के साथ समस्याओं का समाधान कूटनीतिक माध्यमों से करने के अपने देश के विचार काे व्यक्त किया है।
जारिफ ने जी-7 के 45वें शिखर सम्मेलन के दौरान रविवार को फ्रांस के बियारिट्ज पहुंचने के बाद अपने ट्वीट में यह बात कही। उन्होंने अमेरिका के साथ तनावों को कम करने के उपायों पर चर्चा के लिए जी-7 शिखर सम्मेलन से इतर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और जीन-यवेस ले ड्रियन के साथ बैठक के बाद ट्वीट किया, “रचनात्मक बातचीत को लेकर ईरान की सक्रिय कूटनीतिक प्रयास जारी हैं। अागे का रास्ता कठिन है लेकिन कोशिश जारी रहेगी।”
इस बीच, ड्रियन ने कहा, “कल जी-7 के नेताओं के बीच महत्पूर्ण बातचीत हुई और अब यह महत्वपूर्ण हो गया है कि जारिफ को इससे अवगत कराया जाए ताकि इसके माध्यम से तनावों को कम किया जाए और बातचीत के लिए जगह बनाई जाए।”
फ्रांस के शीर्ष अधिकारियों के साथ जारिफ की बातचीत को लेकर अभी तक कोई विवरण जारी नहीं किया गया है। इससे पहले ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अब्बास मौसवी ने कहा था कि जारिफ ने फ्रांस के विदेश मंत्री के आधिकारिक निमंत्रण पर बियारिट्ज की यात्रा की। उन्होंने कहा था, “ जारिफ के फ्रांस के बियारिट्ज शहर के दौरे के दौरान अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल के साथ किसी तरह की कोई बैठक या बातचीत नहीं होगी।”
मैक्रों ने भी रविवार को कहा, “हर कोई संघर्ष से बचना चाहता है और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस मुद्दे पर बहुत स्पष्ट हैं।” जारिफ ने शुक्रवार को पेरिस में मैक्रों के साथ बातचीत के बाद कहा था कि फ्रांस ने 2015 के ईरान परमाणु समझौते को लागू करने के तरीकों को लेकर अपने विचार रखे हैं।
गत 14 जुलाई 2015 को ईरान, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्यों-अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन, रूस और चीन- एवं जर्मनी के बीच परमाणु समझौता हुआ था। अमेरिका ने पिछले वर्ष इस समझौते से बाहर होने के बाद ईरान पर कई तरह के प्रतिबंध लगा दिये जिसके बाद देानों देशों के बीच तनाव बहुत बढ़ गया है।