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Is Hordings are pagmarks of territory in politics! - Sabguru News
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जिला परिषद चुनाव : होर्डिंग्स ही हैं एकाधिकार और विश्वास का ‘पगमार्क’!

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जिला परिषद चुनाव : होर्डिंग्स ही हैं एकाधिकार और विश्वास का ‘पगमार्क’!
सिरोही में नीरज डांगी के विधानसभा क्षेत्र आबूरोड के तलहटी में लगा कांग्रेस का होर्डिंग।
सिरोही में नीरज डांगी के विधानसभा क्षेत्र आबूरोड के तलहटी में लगा कांग्रेस का होर्डिंग।

सिरोही। अगर होर्डिंग्स और बैनर्स वाकई राजनीति में कुछ इशारा करते हैं तो जिले में जिला परिषद और पंचायत समिति चुनावों में सिरोही में लगे हुए बैनर कई इशारे और दावे एकसाथ कर रहे हैं।

ये दावे कर रहे हैं एकाधिकार का, ये दावे कर रहे हैं वर्चस्व की लड़ाई में जीत की, ये दावे कर रहे हैं कि कांग्रेस और भाजपा में जिले का क्षत्रप कौन है? इन सबसे बढ़कर संगठन का जिले का सबसे विश्वसनीय नेता कौन है?

कांग्रेस के बैनर पर संयम लोढ़ा हावी

जिले की पांचों पंचायत समिति में मुख्य स्थानों पर जो होर्डिंग लगे हुए हैं उनमें लगी तस्वीरों के आकार राज्य और जिले में नेताओं के कद की ओर इशारा स्पष्ट नजर आ रहा है। इन बैनर्स पर लगे नेताओं के फोटो के साइज बता रहे हैं कि जिले में संयम लोढ़ा कांग्रेस का विश्वसनीय चेहरा हैं।

ये बात अलग है कि बैनर के उपर की लाइन में राज्यसभा सांसद नीरज डांगी, लोकसभा में कांग्रेस के प्रत्याशी रतन देवासी की तस्वीरें भी नजर आ रही हैं, लेकिन जिले में जिस तरह से पांचों पंचायत समितियों में ये बैनर लगाए गए हैं वो स्पष्ट इशारा कर रहे हैं कि बैनर में लगी तस्वीरों की तरह ही जिले में संयम लोढ़ा का कद जिला  कांग्रेस के अन्य नेताओं से ज्यादा बढ़ता जा रहा है।

यूं भी देखा जाए तो जिस संगठित और रणनीतिक तौर पर कांग्रेस का संयम लोढ़ा गुट चुनाव में अपनी उपस्थिति दर्ज करवा रहा है उस तरह से राज्यसभा सांसद नीरज डांगी, जिलाध्यक्ष जीवाराम गुट की कांग्रेस अपनी धमक दिखाती नजर नहीं आ रही है। जिले भर में लगे एकरूप बैनर इस बात का प्रमाण है।

लेकिन, कई बैनरों में से कांग्रेस जिलाध्यक्ष जीवाराम आर्य की गैरमौजूदगी कांग्रेस (आई-संयम) द्वारा कांग्रेस (आई-जीवाराम) एक तरह से संगठन को सीधी चुनौती भी है। होर्डिंग्स के टॉप पर डिजाइनिंग पैटर्न के हिसाब से भले ही जिले के अन्य नेता नजर आएं लेकिन, फोटो के अलावा स्लोगंस में भी संयम लोढ़ा ही नजर आ रहे हैं।

भाजपा के बैनरों से स्थानीय नेताओं के कद बौने

जिले में भाजपा के बैनरों पर नजर डालें तो यह स्पष्ट हो जाएगा कि यहां पर जिले के किसी भी नेता पर उसके प्रत्याशी को विश्वा नहीं है। होर्डिंग्स में बहुरुपता ये दिखा रही है कि भाजपा किस तरह विकेन्द्रीकृत चुनाव लड़ रही है।

जिले में प्रत्याशियों ने अपने स्तर पर जो अपने चुनाव क्षेत्रों में बैनर लगवाएं हैं उनमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और खुद प्रत्याशी के अलावा जिले के किसी बड़े नेता को बड़ा फोटो नजर नहीं आ रहा है।

कांग्रेस के होर्डिंग्स की तरह ही भाजपा के होर्डिंग में भी टॉप में रिंग्स में सांसद, विधायक और जिलाध्यक्ष की तस्वीरें जरूर नजर आ रही हैं जो कि डिजायन का हिस्सा और विवाद से बचने की कवायद जरूर नजर आती है। लेकिन, अधिकांश वार्डों में ऐसे होर्डिंग नजर नहीं आए जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अलावा सांसद देवजी पटेल, विधायक समाराम गरासिया, जगसीराम कोली और जिलाध्यक्ष नारायण पुरोहित का साइज बड़ा दिखाया गया हो।