सबगुरु न्यूज-सिरोही। ओटाराम देवासी की कथित आवाज वाले आॅडियो के वायरल होने के बाद गोपालन मंत्री ओटाराम देवासी और जिला प्रमुख पायल परसरामपुरिया जिला परिषद सभागार में पहली बार आमने-सामने हुए। इस दौरान जिला प्रमुख और देवासी के बीच तल्खी साफ नजर आई।
इधर, राज्यमंत्री ओटाराम देवासी मुख्य अतिथि होने के बावजूद राज्य सरकार की प्रमुख योजना के तहत जिला स्तरीय स्कूटी और लेपटाॅप वितरण कार्यक्रम में भी नहीं पहुंचे, वैसे उनके कार्यालय से जारी हुए 24 फरवरी के कार्यक्रम में भी स्कूटी वितरण कार्यक्रम में जाने की सूचना नहीं दी गई थी।
राज्यमंत्री ओटाराम देवासी इस आॅडियो को टेम्पर्ड बताते हुए जिला प्रमुख को अपनी बेटी समान बता चुके हैं, लेकिन शनिवार को सांसद को नमस्कार करना और उनके पास ही बैठे गोपालन मंत्री ओटाराम देवासी से कुछ परहेज करना साफ झलका रहा था कि जिले में गर्मी पसर जाने के बाद भी दोनों के बीच विवादों की बर्फ पिघली नहीं है।
जिला परिषद सभागार में शनिवार को जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति की बैठक आयोजित हुई। इसकी अध्यक्षता सांसद देवजी पटेल ने की। इस बैठक में ओटाराम देवासी भी मौजूद थे। उनके पास आबू-पिण्डवाडा विधायक समाराम गरासिया भी बैठे हुए थे। कुछ देर बाद जिला प्रमुख पायल परसरामपुरिया सभागार में पहुंची।
सिरोही विधानसभा की सीट के लिए 2018 में टिकिट के प्रयासों को लेकर दोनों के बीच विवाद सार्वजनिक होने के बाद संभवतः पहली बार दोनों के एक बैठक में शामिल होने से हर किसी को जिला प्रमुख की प्रतिक्रिया के प्रति जिज्ञासा थी। जिला प्रमुख सभागार में घुसते ही अध्यक्ष की सीट के निकट पहुंची।
उन्हें देखकर यूआईटी अध्यक्ष सुरेश कोठारी ने अपनी कुर्सी छोडी। कोठारी को देखकर गोपालन मंत्री ओटाराम देवासी के पास ही बैठे आबू-पिण्डवाडा विधायक समाराम गरासिया ने उनके लिए कुर्सी खाली की और वह कोठारी की कुर्सी पर बैठ गए। जिला प्रमुख ने भी कुर्सी पर बैठने के बाद झुककर सांसद को नमस्कार किया।
इसके बाद गर्दन घुमाकर सुरेश कोठारी को भी नमस्कार किया, लेकिन विधायक देवासी की ओर नमस्कार की मुद्रा में नजर नहीं आई। सांसद की ओर झुककर अभिवादन करने की जो मुद्रा की थी उसका जवाब सांसद ने तो दिया, लेकिन देवासी ने नहीं दिया। पास ही बैठने के बावजूद दोनों में औपचारिक बात तक नहीं हुई।
जिला प्रमुख के आने के कुछ ही मिनटों के बाद देवासी कैलाशनगर में वाकपीठ और जावाल-कैलाशनगर सडक दोहरीकरण का आभार लेने के उस कार्यक्रम के लिए निकल गए, जिसके लिए जिला प्रमुख पहले ही शुक्रवार को श्रेय लेकर ग्रामीणों को अभिनन्दन स्वीकार कर चुकी थीं।
वैसे ये माला नवीन भवन में राज्य सरकार के सबसे मत्वाकांक्षी योजना के कार्यक्रम के बाद भी पहनी जा सकती थी, लेकिन देवासी इस कार्यक्रम में नहीं पहुंचे। ऐसे में कार्यक्रम को मुख्य आतिथ्य सांसद देवजी पटेल ने तथा अध्यक्षता जिला प्रमुख पायल परसरामपुरिया ने की।
इस कार्यक्रम में राज्यमंत्री देवासी की अनुपस्थिति उनकी राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं के प्रति संजीदगी भी सवालांे के घेरे में रही। क्योंकि दोनों ही कार्यक्रम ऐसे थे, जिन्हें बच्चों के लिए कुछ देर टाला जा सकता था। लेकिन देवासी ने इन बच्चों व राज्य सरकार की फ्लेगशिप योजना को नजरअंदाज करके माला पहनने के कार्यक्रम को ज्यादा तरजीह दी।
राज्यमंत्री और सांसद की लेटलतीफी का खामियाजा जिले भर से आई छोटे बच्चों को भुगतना पडा, जिनका कार्यक्रम इन दोनों के कारण पौने दो घंटे देरी से शुरू हुआ और बच्चे इंतजार करते रहे।