मुंबई । इंटरनेशनल सोसायटी फॉर कृष्णा कांसियसनेस (इस्कॉन) विभिन्न सरकारी और नगर पालिका की ओर से चलाये जा रहे स्कूलों के गरीब बच्चों को दोपहर का खाना नि:शुल्क उपलब्ध करा रहा है और अब अपनी क्षमता को बढाते हुए 14 लाख विद्यार्थियों को प्रतिदिन दोपहर का खाना उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है।
अन्नामृता फाउंडेशन के निदेशक राधाकृष्ण दास के अनुसार भारत में सबसे बड़ी नयी रसोई ‘मुंबई के माहुल’ में बनायी गयी है। पूरे देश में कुल 21 रसोई हैं और इसी श्रृखंला में मुंबई में 21वीं रसोई बनायी गयी है। उन्होंने कल कहा कि यह रसोई नौ हजार वर्ग फुट में बनी है और आधुनिक तथा उच्च तकनीक से परिपूर्ण है। यहां पर तीव्र गति से उच्च श्रेणी का खाना बना कर बच्चों को दिया जायेगा।
उन्होंने कहा कि हमारी सभी रसोई आईएसओ द्वारा प्रमाणित है। अन्नामृता फाउंडेशन को ‘इस्कॉन फूड रिलीफ फाउंडेशन’ के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने कहा कि उन्हें इस कार्य के लिए पीरामल फाउंडेशन, सहाचरी फाउंडेशन, एसबीआई म्युच्युल फंड, आईडीबीआई बैंक लिमिटेड, टैक्सिस ग्लोबल लिमिटेड, सिंडीकेट बैंक और ओएनजीसी समेत अन्य लोग मदद करते हैं।
ताडदेव, मीरा भायंदर, पालघर, निगडी, वाडा, औरंगाबाद, गुड़गांव, दिल्ली, फरीदाबाद, कुरुक्षेत्र, पलवल, तिरुपति, नेल्लोर, राजामुद्री, कडप्पा, रंगा नारा गड्डा, जमशेदपुर, जयपुर और कोलकाता इत्यादि सहित देश भर में विभिन्न अन्नामृता के केंद्र बनाये गये हैं। उन्होंने कहा कि इस्कॉन पहले से ही 12 लाख विद्यार्थियों को दोपहर का मुफ्त भोजन उपलब्ध करा रहा है और अब 14 लाख छात्रों को नि:शुल्क दोपहर का भोजन उपलब्ध कराया जायेगा।