जयपुर। राजस्थान विधानसभा में आज श्रीगंगानगर जिले के किसानों को इंदिरा गांधी नहर के पहले चरण में सिंचाई का पानी नहीं मिलने से परेशान किसानों को नहर का पानी देने का मामला विधानसभा में उठा।
शून्यकाल में विधायक बिहारी लाल विश्नोई, बलबीर लूथरा सहित कुछ अन्य विधायकों ने स्थगन प्रस्ताव के जरिए यह मामला उठाया। इस पर विधानसभा अध्यक्ष डा सी पी जोशी ने इन विधायकों का एक ही मामला होने के कारण विश्नोई को बोलने की इजाजत दी। विश्नोई ने कहा कि इंदिरा गांधी नहर के पहले चरण में पानी नहीं मिलने से परेशान सूरतगढ़, घडसाना, रायसिंहनगर आदि क्षेत्रों में किसान आज चक्काजाम करे रहे हैं। किसानों ने चीफ इंजीनियर को बंधक बना रखा है। किसान एक बारी पानी का इंतजार कर रहे हैं। गेहूं, सरसों एवं चना की फसलें बर्बाद होने के कगार पर हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को बचाने का काम किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी नहर के दूसरे चरण में बीकानेर, जैसलमेर के किसानों की रबी की फसलें तो पानी नहीं मिलने से पहले ही चौपट हो चुकी हैं। सरकार शीघ्र किसानों को नहरी पानी दिलवाए, नहीं तो पहले चरण के किसानों की फसलें भी बर्बाद हो जायेगी।
इससे पहले इस मुद्दे को लेकर भाजपा विधायक विश्नोई, संतोष बावरी, रामप्रताप कासनिया, बलबीर लूथरा, एवं धर्मेंद्र मोची ने विधानसभा की कार्यवाही शुरु होने से पहले विधानसभा के बाहर गेट पर धरना भी दिया। इस दौरान इन विधायकों ने सरकार से किसानों को नहर का पानी देने की मांग की। इनमें विधायक संतोष बावरी ने तो किसानों को नहर का पानी देने की मांग के स्लोगन लिखा पोस्टर पहनकर प्रदर्शन किया।