सुपौल । कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव एवं बिहार के प्रभारी राजेश लिलोठिया ने अगले लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विजय रथ को रोकने के लिए सभी विपक्षी दलों के एकजुट होने के लिए किये जा रहेे प्रयास के बीच कहा है कि कांग्रेस के बगैर महागठबंधन बनना संभव नहीं है।
लिलोठिया ने यहां कल देर शाम पत्रकारों से बातचीत में कहा कि महागठबंधन के लिए काग्रेंस क्षेत्रीय दलों पर निर्भर नहीं है। उन्होंने कहा कि काग्रेंस देश कि बड़ी पार्टी है इसलिए महागठबंधन के लिये क्षेत्रीय पार्टियों को काग्रेंस के साथ आना होगा। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि कांग्रेस किसी धर्म विशेष की पार्टी नहीं हैं लेकिन इतना जरूर है कि वह मुसलमानों को अहमियत देती है और ऐसा करना गुनाह नहीं है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के लोग मीडिया के माध्यम से कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को बदनाम करने पर तुले हुए हैं।
राष्ट्रीय सचिव ने बिहार पर चर्चा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री और जनता दल यूनाईटेड (जदयू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार को पहचानने में भूल हुई है। उन्होंने कहा कि श्री कुमार के साम्प्रदायिक चहरे को पहचान नहीं पाए इसलिए महागठबंधन से नाता तोड़ वह जिस विचारधारा को मानने वाले रहें हैं वहीं दुबारा वहीं चले गए। राजनीति के अगले मोड़ पर उनसे कभी भी समक्षौता नहीं हो सकता है।
लिलोठिया ने बिहार सरकार की कार्यप्रणाली पर चर्चा करते हुये कहा कि राज्य सरकार हर क्षेत्र में पूरी तरह से विफल है। राज्य में न तो अपराध रुक रहे हैं और न ही विकास हो रहा है। इतना जरूर है कि विकास के ढोल जमकर पीटा जा रहा है।
राष्ट्रीय सचिव ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि यह केवल जुमलेबाजी वाली सरकार है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चार वर्ष के कार्यकाल में न तो कालाधन वापस आया और न ही किसानों के कर्ज माफ हुए। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान श्री मोदी ने वादा किया था कि यदि उनकी सरकार बनी तो वह प्रत्येक वर्ष दो करोड़ युवाओं को रोजगार देंगे। उनके कार्यकाल के चार वर्ष बीत जाने के बाद भी वह अपने वादे को पूरा नहीं कर पाए। देश में युवाओं को राेजगार तो नहीं मिला ऊपर से रोजगार के अवसर भी घटा दिये गये।
लिलोठिया ने माना कि काग्रेंस अपने परम्परागत मतदाताओं से कट गई है जिसका खामियाजा से भुगतना पड़ा है। उन्होंने कहा कि काग्रेंस फिर उनकी और बढ़कर उन्हें समेटने में लगी है। खासकर अलपसंख्यक, दलित, महादलित, अति पिछड़े। इसके अतिरिक्त काग्रेंस हर धर्म, हर वर्ग के लोगों को अपनी ओर लाने प्रयास कर रही है। इस दौरान कांग्रेस के प्रो. तारानंद सदा, जिला अध्यक्ष प्रो. विमल कुमार यादव सहित अन्य काग्रेंस नेता मौजूद थे।