नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को कहा कि छतरपुर के भाटी माइंस स्थित राधा स्वामी सत्संग ब्यास परिसर में स्थापित किए जा रहे दस हजार बेड वाले कोविड-19 मरीजों के देखभाल केंद्र की जिम्मेदारी पहले ही भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) को सौंपी जा चुकी है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को केंद्र का निरीक्षण करने के लिए शाह को निमंत्रण पत्र लिखा और उनसे केंद्र संचालन के लिए आईटीबीपी और सेना के डॉक्टरों और नर्सों की सेवाएं उपलब्ध कराने का आग्रह भी किया था।
केजरीवाल ने पत्र के जवाब में शाह ने कहा है कि तीन दिन पहले हमारी बैठक में यह निर्णय लिया जा चुका है कि गृह मंत्रालय इस केंद्र की जिम्मेदारी आईटीबीपी को दे रहा है। इस केंद्र का काम पूरे जोरों पर है और बड़े हिस्से में 26 जून तक संचालन शुरू हो जाएगा। इस बैठक में केजरीवाल भी मौजूद थे।
राधा स्वामी परिसर में दस हजार बेड्स की व्यवस्था की जा रही है। यह केंद्र विश्व में कोरोना वायरस के मरीजों के लिए सबसे बड़ा है। शाह ने कहा कि मैं दिल्ली के लोगों को यह भी सूचित करना चाहता हूं कि कोविड रोगियों के लिए एक हजार बिस्तर वाला अस्पताल बनाया जा रहा है जिसमें 250 आईसीयू बिस्तर होंगे। इसका निर्माण डीआरडीओ और टाटा ट्रस्ट अस्पताल मिलकर कर रहे हैं। इसकी जिम्मेदारी भी सशस्त्र बल पर होगी। यह कोविड देखभाल केंद्र अगले दस दिनों में तैयार हो जाएगा।
गृहमंत्री ने कहा कि सशस्त्र बलों को दिल्ली में रेलवे के कोच में भर्ती कोविड-19 रोगियों को चिकित्सा सुविधा प्रदान करें और उनकी देखभाल की जिम्मेदारी दी गई है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 रोगियों की देखभाल के लिए दिल्ली सरकार के आग्रह पर 500 रेल कोचो में आठ हजार अतिरिक्त बिस्तर पहले ही उपलब्ध कराए जा चुके हैं।
उधर आज राजधानी में कोरोना संक्रमण ने पिछले 24 घंटों में अब तक का सबसे भयावह रुप दिखाया और 3947 रिकार्ड नये मामलों। यह मंगलवार को पूरे देश में किसी एक राज्य में सर्वाधिक मामले हैं। देश में सर्वाधिक प्रभावित महाराष्ट्र में नए मामले 3214 ही थे।
कोरोना संक्रमण के मामले में देश में दिल्ली अब महाराष्ट्र के बाद दूसरे नंबर पर है। पहले तमिलनाडु दूसरे नंबर पर था। दिल्ली सरकार की तरफ से मंगलवार को जारी आंकड़ों के अनुसार 3947 रिकार्ड नए मामल़ों से कुल संक्रमित 66 हजार 602 हो गए। मृतकों की संख्या 68 बढ़कर 2301 पहुंच गई।