जम्मू। जम्मू कश्मीर मेंबिजली विकास विभाग के कर्मचारियों ने सोमवार देर रात प्रशासन के साथ नए सिरे से बातचीत के बाद अपनी हड़ताल वापस ले ली। बिजली कर्मचारी मंगलवार सुबह से फिर से काम शुरू करेंगे ताकि बचे हुए क्षेत्रों में जल्द से जल्द फाल्ट को ठीक कर बिजली बहाल की जा सके।
जम्मू पावर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने देर रात पत्रकारों से कहा कि जम्मू संभागीय आयुक्त के साथ नए सिरे से बातचीत के दौरान आंदोलनकारी कर्मचारियों की चार सूत्रीय एजेंडे को ध्यान में रखा गया और निर्णय लिया गया। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों ने अपनी हड़ताल वापस ले ली है और कल से पुन: काम शुरू कर देंगे।
उन्होंने कहा कि क्षेत्र में 80 प्रतिशत बिजली बहाल कर दी गई है और शेष कल कामगारों के काम पर लौटने के बाद बहाल कर दी जाएगी। उन्होंने सेना, बीएसएफ और अन्य नोडल एजेंसियों को क्षेत्र के कई हिस्सों में बिजली की बहाली में समय पर समर्थन और सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी शाम को आश्वासन दिया था कि कल तक केंद्र शासित प्रदेश में 100 प्रतिशत बिजली बहाल कर दी जायेगी।
उल्लेखनीय है कि जम्मू कश्मीर बिजली कर्मचारी समन्वय समिति के बैनर तले पीडीडी कर्मचारी शुक्रवार आधी रात को बिजली के निजीकरण के खिलाफ अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए थे।
श्रीनगर में जिला प्रशासन ने बिजली की न्यूनतम कटौती सुनिश्चित की
जम्मू कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में प्रशासन ने सोमवार को जिले में बिजली की आपूर्ति में न्यूनतम कटौती सुनिश्चित की है ताकि आगामी कठोर सर्दी के मौसम की गंभीरता को देखते हुए लोगों को परेशानी न हो।
आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि विद्युत विकास विभाग (पीडीडी) के इंजीनियरिंग कर्मचारियों और दैनिक वेतन भोगियों की जारी हड़ताल को देखते हुए उपायुक्त , श्रीनगर एजाज असद ने आज बिजली आपूर्ति व्यवस्था की निगरानी के लिए विभिन्न बिजली प्राप्त करने वाले स्टेशनों का औचक दौरा किया।
उपायुक्त कहा कि जिला प्रशासन ने आगामी कठोर सर्दी के मौसम की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए जिले में बिजली की आपूर्ति में न्यूनतम आउटेज सुनिश्चित किया है ताकि लोगों को परेशानी न हो।
इस बीच उपायुक्त ने श्रीनगर जिले में पहले से अधिसूचित कार्यक्रम के अनुसार उपभोक्ताओं को बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक उपाय भी शुरू किए हैं।