नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने आज पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ को देश के उपराष्ट्रपति पद के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का उम्मीदवार घोषित किया।
पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में शनिवार शाम हुई भाजपा संसदीय दल की बैठक में यह फैसला लिया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी और भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, भाजपा के संगठन महासचिव बीएल संतोष शामिल हुए।
बैठक के बाद नड्डा ने संवाददाता सम्मेलन में इस निर्णय का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि उपराष्ट्रपति उम्मीदवार की चयन प्रक्रिया के लिए संसदीय बोर्ड की बैठक हुई। प्रधानमंत्री मोदी की उपस्थिति में सभी विषयों पर चर्चा हुईं। उम्मीदवार के लिए कई नाम आए उन पर विस्तृत चर्चा हुई। समाज, देश की आवश्यकता आदि अन्य विषयों को लेकर सभी नामों पर चर्चा की गई।
उन्होंने कहा कि सभी नामों पर विचार करने के बाद भाजपा का संसदीय बोर्ड इस निष्कर्ष पर पहुंचा है कि भाजपा और राजग के प्रत्याशी के रूप में हमारे किसान पुत्र जगदीप धनखड़ को हम उप राष्ट्रपति पद के लिए प्रत्याशी घोषित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जगदीप धनखड़ वर्तमान में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल हैं। वे पिछले तीन दशक से सामाजिक एवं राजनीतिक क्षेत्र में योगदान दे रहे हैं।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि धनखड़ एक साधारण किसान परिवार के पुत्र हैं। अपने जीवन में सामाजिक एवं आर्थिक बाधाओ को पार करते हुए उन्होंने सामाजिक जीवन में उच्च लक्ष्य प्राप्त करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। उनका लालन-पालन राजस्थान के झुंझुनूं जिले के एक गांव में हुआ है।
गांव के स्कूल से पढ़ाई करते हुए वे सैनिक स्कूल चित्तौड़गढ़ से शिक्षा ली। बाद में उन्होंने राजस्थान विश्वविद्यालय में भौतिक शास्त्र की पढ़ाई की। साथ में एलएलबी करने के बाद उन्होंने वकालत भी की। उन्होंने राजस्थान उच्च न्यायालय में अपने आप को एक सक्षम वकील के रूप् में स्थापित किया। वे उच्चतम न्यायालय में एक प्रसिद्ध वकील के रूप में भी अपने आप को स्थापित हुए।
उन्होंने 1989 में झुंझुनू से लोकसभा चुनाव लड़ा और विजय हासिल की। 1990 से लेकर 1993 तक वे केन्द्र सरकार में संसदीय मामलों के राज्यमंत्री रहे। बाद में वे राजस्थान के अजमेर जिले के किशनगढ़ विधानसभा क्षेत्र से विधायक बने। उनके पास प्रशासनिक कार्यो का एक लम्बा अनुभव रहा है। जुलाई 2019 में उन्होंने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल का पदभार ग्रहण किया। उनकी छवि लोगों के दिल पर राज करने वाले राज्यपाल के रूप में रही है। उन्होंने सार्वजनिक जीवन में लम्बे समय तक लोगों की सेवा की है।
नड्डा ने कहा कि इन सारी बातों को ध्यान में रखते हुए भारतीय जनता पार्टी एवं राजग ने तय किया कि किसान पुत्र, फर्स्ट जेनेरेशन के प्रोफेशनल, प्रशासनिक क्षमता से युक्त और सार्वजनिक जीवन में योगदान करने वाले जगदीप धनखड़ उपराष्ट्रपति पद के प्रत्याशी होंगे। आगे चलकर नामंकन की तिथि तय होगी और अन्य विषयों पर बात होगी।
उल्लेखनीय है कि जगदीप धनखड़ ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के पद पर रहते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी केे साथ कई बार सैद्धांतिक एवं संवैधानिक मुद्दों पर टकराव लेने से गुरेज़ नहीं किया।