भोपाल । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा प्रदेश में गौ मंत्रालय बनाए जाने की घोषणा के बाद प्रदेश में इस विषय पर राजनीति शुरु हो गई है। उच्च शिक्षा मंत्री जयभान सिंह पवैया ने मुख्यमंत्री श्री चौहान के स्वतंत्र गौ-मंत्रालय तथा गौ-अभ्यारण्य बनाने के निर्णय को ऐतिहासिक बताते हुये स्वागत किया है।
पवैया ने कहा है कि इस निर्णय से न केवल गौ-वंश रक्षित होगा बल्कि देशी गाय जो बड़ी संख्या में असहाय छोड़ दी गई है, उनका पालन पोषण संभव हो सकेगा। उन्होंने कहा कि श्री चौहान के नेतृत्व में पहले पूर्ण गौ-वंश बंदी का कानून बना और मध्यप्रदेश अब ऐसा राज्य बनने जा रहा है, जहां गौ-वंश के लिये स्वतंत्र मंत्रालय होगा।
वहीं पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने अपने ट्वीट में कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि जिन्होंने गौचर भूमि/चरनोई भूमि गौवंश से हड़प ली, गौमांस खाकर चौराहों पर प्रदर्शन किया, गौ रक्षा आंदोलन कर रहे साधु संतों पर गोलियां चलवाईं और जिन्होंने गौ पालन को साम्प्रदायिकता, दकियानूसी बताया, आज उस कांग्रेस का चेहरा सामने आ चुका है।
प्रदेश कांग्रेस समिति के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने सत्तारूढ दल पर आरोप लगाते हुए ट्वीट में कहा कि जिन्होंने 15 वर्ष की सरकार में ना गौशालाएँ बनवायी ना घोषणा के 11 वर्ष तक राम वनगमन पथ का निर्माण किया वो अब कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ की गौशाला व राम वनगमन पथ निर्माण की घोषणा के बाद जाग रहे हैं।
चौहान ने कल प्रदेश में गौ मंत्रालय की स्थापना की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि विभाग गौवंश संरक्षण संवर्धन के कार्य करेगा और स्थान की उपलब्धता के अनुसार गौ अभ्यारण और गौशालाएं बनाई जाएगी।