नई दिल्ली। उद्योगपति नुस्ली वाडिया के बेटे नेस वाडिया को नशीला पदार्थ रखने के आरोप में जापान की एक अदालत द्वारा दो साल की सजा सुनाए जाने के बावजूद वह वाडिया समूह में पहले की तरह काम करते रहेंगे और सभी मौजूदा पदों पर बने रहेंगे।
वाडिया समूह के एक प्रवक्ता ने नेस को जापान की अदालत द्वारा सुनाई गई सजा के बारे में पूछे जाने पर कहा कि नेस वाडिया भारत में हैं। अदालत का फैसला स्पष्ट है। यह लंबित सजा है, इसलिए नेस वाडिया को अपनी जिम्मेदारियाँ निभाने में कोई दिक्कत नहीं आएगी। वह वाडिया समूह में, और समूह के बाहर भी, उन सारी भूमिकाओं में बने रहेंगे जो अभी उनके पास हैं।
नेस वाडिया समूह की कई कंपनियों में उच्चतम प्रबंधकीय पदों पर हैं तथा कई कंपनियों के निदेशक मंडल में हैं। वह आईपीएल की किंग्स इलेवन पंजाब क्रिकेट टीम के सह-मालिक हैं।
उन्हें इस वर्ष मार्च में उत्तरी जापान के होक्काइडो द्वीप के न्यू चिंटोस हवाई अड्डे पर 25 ग्राम नशीले पदार्थ के साथ गिरफ्तार किया गया था। उसके बाद उन्हें अज्ञात समय तक पुलिस ने हिरासत में रखा। साप्पोरो की जिला अदालत ने उन्हें दो साल की सजा सुनाई है जिसे पांच साल के लिए लंबित किया गया है।