पर्यटन विभाग की अनुदान मांगें ध्वनिमत से पारित, पर्यटन व्यसाय फलेगा-फूलेगा तो राज्य की आय तथा रोजगार में होगी निरन्तर वृद्धि, जयपुर वाल सिटी का यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साईट की सूची में शामिल होना गौरवमयी उपलब्धि, ‘पधारो म्हारे देस’ के नये लोगो का मीडिया कैम्पेन लगभग पांच करोड़ लोगों तक पंहुचा -पर्यटन मंत्री
जयपुर । पर्यटन मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने बुधवार को विधानसभा में कहा कि राजस्थान विश्व पर्यटन मानचित्र एवं देश में अपनी एक विशिष्ट पहचान रखता है एवं पर्यटन के क्षेत्र में अग्रणी स्थान बनाये हुए है। यह हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है कि राजस्थान देशी-विदेशी पर्यटकों का पसंदीदाडेस्टीनेशन बना रहे तभी प्रदेश में पर्यटन व्यवसाय और अधिक फलेगा-फूलेगा तथा पर्यटन द्वारा आय व रोजगार में निरन्तर वृद्धि हो सकेगी।
उन्होंने कहा कि जयपुर वाल सिटी का यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साईट की सूची में शामिल होना राज्य के लिए एक गौरवमयी उपलब्धि है। उन्होंने सदन को बताया कि ‘पधारो म्हारे देस’ के नये लोगो का मीडिया कैम्पेन लगभग पांच करोड़ लोगों तक पंहुचा है।
सिंह विधानसभा में मांग संख्या-47 पर्यटन पर हुई बहस का जवाब दे रहे थे। बहस के बाद सदन ने पर्यटन की 84 करोड़ 51 लाख 38 हजार रुपये की अनुदान मांगें ध्वनिमत से पारित कर दीं।
पर्यटन मंत्री ने कहा कि यूनेस्कोने हाल ही में जयपुर वाल सिटी को वर्ल्ड हेरिटेज साईट की सूची में सम्मिलित किया है, जो कि अन्यन्त महत्वपूर्ण व गौरवमयी उपलब्धि है। इससे निश्चित ही राज्य के पर्यटन व्यवसाय को और अधिक गति प्राप्त होगी।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने अपने बजट भाषण में भीवालसिटी में व्हीकल फ्री हेरीटेज वाक प्रारम्भ करने की घोषणा की है, जिसका दूरगामी प्रभाव होगा। इससे न केवल पर्यटकों का जयपुर की विरासत के प्रति रुझान बढ़ेगा, वरन प्रदेश के अन्य हैरिटेज स्थलों की तरफ भी आकर्षण बढ़ेगा।
सिंह ने कहा कि राज्य में हमारी सरकार के दिसम्बर, 2018 में आने के पश्चात् पर्यटकों के आगमन में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। दिसम्बर-2018 से मई-2019 तक दो करोड़ पैंतालीस लाखदेशी-विदेशी पर्यटक भ्रमण हेतु राजस्थान आये, जबकि समान अवधि में गत वर्ष के एक करोड़ छप्पन लाखपर्यटकों से57.05प्रतिशत अधिक है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पर्यटन क्षेत्र को महत्वपूर्ण स्थान देते हुए जन घोषणा पत्र में 14 एक्शन प्वॉईट निर्धारित किये हैं। इसमें राज्य की नवीन पर्यटन नीति को शीघ्र बनाकर जारी करना प्रमुख है। इसके लिए तीव्र गति से कार्य हो रहा है और इसमें हम पर्यटन से जुड़े सभी वर्टिकल जैसे इंफ्रास्टेक्चर, हेरिटेज, कौशल विकास, मार्केटिंग, नये पर्यटन उत्पाद, पर्यटक सुरक्षा, ईज इन एडमिनिस्टे्रटिव प्रोसीजर आदि बिन्दुओं का समावेश करने का प्रयास कर रहे हैं।
पर्यटन मंत्री ने कहा कि इन 14 बिन्दुओं में अन्य प्रमुख बिन्दु पर्यटन स्थलों पर ढांचागत सुविधाओं का विकास, साफ-सफाई, नये पर्यटन स्थलों को चिन्हित कर उनका विकास करना, प्रदेश में प्रमुख पर्यटक स्थलों पर पर्यटकों की सुरक्षा हेतु पर्यटक पुलिस तैनात करना, धार्मिक पर्यटन स्थलों पर आवश्यक ढांचागत सुविधाएं उपलब्ध कराना, पर्यटन स्थलों के माध्यम से रोजगार के अधिक अवसर उपलब्ध कराना, पर्यटन व्यवसाय से जुड़े हुए लोगों को अधिक-से-अधिक प्रशिक्षित कर रोजगार से जोड़ना व मेला विकास प्राधिकरण को सुदृढ़ कर इसका पुनर्गठन करना प्रमुख है।
उन्होंने सदस्यों को आश्वस्त किया कि सभी मुख्य लक्ष्यों पर हम प्रभावी कार्य योजना बनाकर अपेक्षित कार्यवाही करेंगे। इसकी शुरुआत कर दी गई है और पर्यटक स्थलों पर ढांचागत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए कई स्थलों पर कार्य चल रहे हैं। पर्यटक स्थलों पर साफ-सफाई को और चाक-चौबंद करने के लिए जिला स्तरीय पर्यटन विकास समितियों के साथ-साथ राज्य स्तर पर वन विभाग, पुरातत्व व संग्रहालय विभाग, स्थानीय निकाय विभाग और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग से विचार-विमर्श करते हुए प्रभावी कार्ययोजना बनाई जा रही है। इसके साथ-साथ एक सौ उन्नतीस नये पर्यटन स्थलों को चिन्हित कर विकास की योजना बनाकर बजट संसाधन उपलब्धता तथा प्राथमिकता के अनुसार युक्तियुक्त निर्णय लिया जायेगा।
पर्यटन मंत्री ने कहा कि धार्मिकपर्यटक स्थलों पर मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए वर्तमान में राज्य योजना अंतर्गत लगभग सैतींस धार्मिक स्थलों के साथ-साथ केन्द्रीय प्रवर्तित योजनान्तर्गत भी राज्य में आध्यात्मिक सर्किट, कृष्णा सर्किट एवं पुष्कर-अजमेर का समग्र विकास कार्य कार्य प्रगति पर हैं। उन्होंने कहा कि पर्यटन क्षेत्र में रोजगार के अधिक अवसर उपलब्ध कराने हेतु नये गाइडों के लिए क्षेत्रीय व राज्य स्तर पर पंजीकरण करने के लिए कार्यवाही की जायेगी। राज्य में पर्यटन व्यवसाय के क्षेत्र में कुशल मानव संसाधन उपलब्ध कराने के दृष्टिकोण से सवाई माधोपुर, धौलपुर और झालावाड़ में राज्य होटल प्रबन्धन संस्थान तथा बारां में फूड क्राफ्ट संस्थान के प्रगतिरत कार्यों का निर्माण आगामी वर्षों में पूर्ण कर क्रियाशील किया जायेगा।
सिंह ने कहा कि पर्यटन विभाग के लिये बजट में एक सौ तीस करोड़ पांच लाख रुपयेका प्रावधान किया गया है, जिससे पर्यटन की सभी गतिविधियां सुचारू रूप से क्रियान्वित की जा सकेंगी। विभाग में मुख्य रूप से दो प्रकार की गतिविधियों पर ध्यान केन्दि्रत किया जाता है। सर्वप्रथम, विभिन्न चिन्हित पर्यटक स्थलों पर बजट उपलब्धता अनुसार पर्यटन विकास कार्य करवाये जाते हैं, जिसमें मुख्य रूप से यात्री विश्राम गृह, टॉयलेट, लैंडस्केपिंग, पुनर्रूद्धार व संरक्षण कार्य, पार्किंग इत्यादि सम्मिलित हैं। चालू वित्त वर्ष में पर्यटन विकास कार्यों हेतु लगभग साठ करोड़ चवालीस लाखरुपये की राशि प्रस्तावित है, जिसमें वर्तमान में चालू विकास कार्य एवं नवीन विकास कार्य दोनों ही सम्मिलित हैं।
पर्यटन मंत्री ने कहा कि पर्यटन प्रचार-प्रसार मद में विभाग की अन्य मुख्य गतिविधियां मेले-त्योहारों का आयोजन, विज्ञापन व प्रचार-प्रसार सामग्री बनवाना है, जिससे कि पर्यटकों को अधिकाधिक संख्या में राज्य की ओर आकर्षित किया जा सके, जिसका क्रियान्वयन किया जा रहा है। चालू वित्त वर्ष में इस प्रयोजन हेतु राशि रुपये इक्कावन करोड़प्रावधित है, जिसके कुशल उपयोग से इन ध्येय को प्राप्त किया जा सकेगा।
उन्होंने कहा कि इस वर्ष हमारा यह प्रयास होगा कि प्रदेश में उपलब्ध बहुल्य पर्यटन संपदा का संवर्धन कर सभी जिलों व क्षेत्रों का समग्र विकास करें। इसे दृष्टिगत रखते हुए यह निर्णय लिया गया है कि समस्त 33 जिलों मेें जिला कलेक्टर्स के माध्यम से पर्यटन विकास कार्य कराये जायेंगे ताकि जिलों के ही महत्वपूर्ण पर्यटक स्थलों पर पर्यटन दृष्टिकोण से तात्कालिक आवश्यक कार्य बिना विलम्ब के हो सकें।
उन्होंने कहा कि भरतपुर संभाग में ब्रज सर्किट विकसित किया जायेगा, जिसके अंतर्गत भगवान कृष्ण से संबंधित विभिन्न स्थलों पर आधारभूत सुविधाएं व पर्यटन संबंधी कार्य करवाये जायेंगे। इसके साथ ही लोहागढ़ दुर्ग में एक आधुनिक तकनीक के आधार पर लाईट एण्ड साउण्ड शो निर्मित करवाया जायेगा।
शेखावाटी क्षेत्र की विश्व प्रसिद्ध फ्रेसकोस पेंन्टिग्सव अन्य हैरिटेज संपदा के संरक्षण के लिए शेखावाटी सर्किट, जिसमें लक्ष्मणगढ़ में नेचर पार्क विकसित करने की प्राथमिकता है। इसी कड़ी मेंयूनेस्को की सहभागिता से पश्चिमी राजस्थान के लोक-कलाओं का संवर्धन व प्रचार-प्रसार करने के लिए भी एक प्रस्ताव पर कार्य करने का प्रयास किया जा रहा है।
पर्यटन मंत्री ने कहा कि पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से आमेर आइकॉनिक प्रोजेक्ट, ट्राईबल सर्किट, डेजर्ट सर्किट, वाइल्ड लाइफ सर्किट, इको एडवेंचर को विकसित करने का भी प्रयत्न रहेगा।
आमेर आइकॉनिक प्रोजेक्ट में विश्व प्रसिद्ध आमेर किला जो कि विश्व धरोहर सूची में भी सम्मिलित है। आमेर महल के अंदर व आस-पास विभिन्न विकास कार्यों की योजना बनाई जा रही है, जिससे कि इसका टूरिस्ट इंफास्टेक्चर और सुदृढ़ किया जा सके।ट्राईबल सर्किट के अंतर्गत बांसवाड़ा, डूंगरपुर, प्रतापगढ़ जिलों के जनजाति बाहुल्य क्षेत्रों में पर्यटक स्थलों को चिन्हित कर आवश्यक आधारभूत पर्यटक सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए कार्यवाही की जायेगी। इसी प्रकारडेजर्ट सर्किट के अंतर्गत मरुस्थलीय क्षेत्रों जैसलमेर, बीकानेर, बाड़मेर इत्यादि के पर्यटक विकास कार्य चिन्हित करेंगे और राज्य की आकर्षक वाइल्ड लाइफ को पर्यटन की दृष्टि से नया आयाम देने के उद्देश्य से वाइल्ड लाइफ सर्किट, इको एडवेंचर बनाकर भी विभिन्न पर्यटन विकास कार्य करवाये जायेंगे।
उन्होंने कहा कि यह बहुत महत्वपूर्ण है कि प्रदेश में पर्यटकों की आवाजाही पूरे वर्षभर बनी रहे विशेषकर युवा वर्ग में इसका आकर्षण और बढ़े। इसके लिए व्यापक प्रचार-प्रसार की योजना बनाकर चालू वित्त वर्ष में इक्कावन करोड़रुपये के प्रावधित बजट के माध्यम से सोशल मीडिया पर प्रचार-प्रसार अधिक गतिशील एवं आकर्षक किया जायेगा। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म जैसे फेसबुक, यूट्यूब, इंस्टाग्राम आदि पर प्रभावी रूप से प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की असीमित पहुंच व युवाओं में विशेष आकर्षण व प्रभाव को दृष्टिगत रखते हुए भावी मीडिया अभियानों में इस ओर विशेष जोर दिया जायेगा।
उन्होंने कहा कि इसी मंशा के अनुरूप जनवरी-2019 से मार्च-2019 की अवधि के दौरान पर्यटन विभाग द्वारा विभिन्न टीवीचैनलों, प्रमुख पत्र-पत्रिकाओं, विभिन्न डिजीटल प्लेटफॉर्म, एफएम रेडियो व आउटडोर मीडिया के माध्यम से राजस्थान पर्यटन के ‘पधारो म्हारे देस’ के नये लोगो के साथ राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर व्यापक प्रचार-प्रसार किया गया, जिसके परिणाम भी उत्साहजनक रहे। यह मीडिया कैम्पेन शुरू होने से पूर्व यह अनुमान था कि दो करोड़ पचास लाखलोगों तक इसकी पहुंच होगी, जबकि मीडिया कैम्पेन खत्म होने के बाद यह निष्कर्ष सामने आया कि इस कैम्पेन की पहुंच लगभग पांच करोड़लोगों तक हुई। स्पष्ट है कि राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर राजस्थान पर्यटन का सतत् आकर्षण है एवं पर्यटन जगत में प्रभाव बढ़ रहा है। अब हमारा प्रयास होगा कि आगामी मीडिया कैम्पेनों में नवाचार करते हुए अधिकाधिक देशी-विदेशी पर्यटकों तक पहुंचें और उन्हें राजस्थान आने के लिए सतत् प्रेरित करें, जिससे कि राजस्थान पर्यटन व्यवसाय में निरन्तर आशातीत वृद्धि संभव हो सके।
पर्यटन मंत्री ने कहा कि इसी कड़ी में पर्यटन विभाग प्रमुख फॉरेन ट्रेवल मार्ट, डोमेस्टिक ट्रेवल मार्टमें भी सक्रिय भागीदारी लेगा और प्रमुख राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय शहरों मेंरोड शो के आयोजन पर भी कार्ययोजना तैयार करेगा। इसके साथ-साथ पर्यटकों की सुरक्षा, सहायता व सूचना हेतु एक टूरिस्ट मोबाइल एप बनाया जायेगा। विभागीय वेबसाईट को रिकास्टकर और अधिक यूजर फ्रेंडली बनाने का भी प्रयास किया जा रहा है।