जैसलमेर। राजस्थान में जैसलमेर के रामगढ़ क्षेत्र में तैनात 166वीं बीएसएफ के दो जवानों ने आज बहादुरी का नायाब प्रदर्शन करते हुए इंदिरा गांधी नहर में मोटर साईकिल सहित गिरे पिता एवं तीन मासूम पुत्रों को बाहर निकाल दिया।
बचाने के लिए अपनी जान पर खेलकर तुरंत नहर में कूद कर चारों को जिंदा बाहर निकाल दिया इस तरह, बीएसएफ के जवानों के इस साहसिक कारनामे से एक ही परिवार के चारों सदस्यों की जान बच गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जैसलमेर रामगढ़ कस्बे के निकट स्थित भोजराज की ढ़ाणी निवासी देवीसिंह (40) अपने तीन पुत्रों तनेरावसिंह (12), हरिसिंह (8) एवं सुरेन्द्रसिंह (5) के साथ मोटर साईकिल पर अपने नहरी मुरब्बे की तरफ जा रहे थे।
इंदिरा गांधी मुख्य नहर की 245 आरडी पुलिया के निकट पहुंचे तो सामने से अचानक एक ट्रक आ गया। जिसके कारण देवीसिंह हड़बड़ा गया और बाईक अनियंत्रित हो गई। हड़बड़ाहट में बाईक पर सवार देवीसिंह एवं तीनों बच्चे बाईक सहित नहर में जा गिरे और डूबने लगे।
उन्हें नहर में डूबता देख वहां मौजूद लोगों में चीख पुकार मच गई। नहर के निकट स्थित बीएसएफ के वाटर पोईन्ट पर ड्यूटी कर रहे बीएसएफ के दो जवानों ने चीख पुकार सुनी तो वे दोनों भाग कर वहां पहुंचे तो देखा के एक व्यक्ति एवं तीन बच्चे नहर में डूब रहे थे।
166वीं वाहिनीं के जवान कांस्टेबल तजरूल एसके ने आव देखा न ताव नहर में छलांग लगा दी और कुछ ही सैकण्ड में वहां मौजूद एक अन्य कांस्टेबल सिद्धगौड़ ए पाटिल के सहयोग से चारों को सुरक्षित नहर से लिया।
घटना की सूचना परिजनों तक पहुंची तो परिजन एवं ग्रामीण भी मौके पर पहुंचे। नहर से निकालने के बाद चारों को कस्बे के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लाया गया जहां प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। बाद में बाईक को भी नहर से निकाल लिया गया। बीएसएफ के दोनों जवानों की बहादुरी की हर कोई प्रशंसा कर रहा है जिनकी वजह से एक परिवार तबाह होते होते बच गया।